डा० राजकुमार आजाद ने बिहार के मुख्यमंत्री से प्रश्न करते हुए पूछा कि एक समय में आप भी सामाजिक तथा राजनीतिक कार्यकर्ता थे, अगर आपके और आपके परिवार के साथ ऐसा ही घटना घटता तो कैसा महसूस होता?
जेएनए मनोहर कुशवाहा
बेगुसराय . आज़ दिनांक 30 अगस्त 2024 दिन शुक्रवार को बेगूसराय के सदर अस्पताल में भर्ती बेगूसराय जिला राजद प्रधान महासचिव रामसखा महतो की पत्नी, भाभी तथा नाबालिग पुत्र से वैश्य दलित पिछड़ा मंच का एक शिष्टमंडल मिला। जिसमें मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा० राजकुमार आजाद, राष्ट्रीय सचिव श्याम बिहारी वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र यादव, प्रदेश सचिव डा० लक्ष्मण कुशवाहा, जिलाध्यक्ष बुटन साह सहित एस कमाल के विधायक सतानंद सम्बुद्ध उर्फ ललन यादव, विधान पार्षद कारी सोहैब, विधान पार्षद उर्मिला ठाकुर सहित दर्जनों नेतागण उपस्थित हुए ।पीड़ित परिवार ने रो रोकर बताया कि दो व्यक्ति के लडाई को थाना मे केश होने से रोकवाने से क्रोधित होकर थाना प्रभारी तथा उसके सहयोगियों ने रामसखा महतो को नेतागिरि का औकात दिखाने हेतू पत्नी, भाभी, भतीजी, नाबालिग पुत्र सहित बेरहमी से पिटाई की। डा० राजकुमार आजाद ने बिहार के मुख्यमंत्री से प्रश्न करते हुए पूछा कि एक समय में आप भी सामाजिक तथा राजनीतिक कार्यकर्ता थे, अगर आपके और आपके परिवार के साथ ऐसा ही घटना घटता तो कैसा महसूस होता? रामसखा महतों चूंकि राजनीतिक कार्यकर्ता है इतना बडा जुल्म सहने के बाद भी कानून से इंसाफ की भीख मांग रहा है। अगर दूसरा सामाजिक या राजनीतिक कार्यकर्ता होता तो इतना बड़ा जुल्म के खिलाफ हथियार उठाकर कर अगर नक्सली बनकर पुलिस से बदला लेने के लिए इंतकाम की आग में खड़ा हो जाता तो उसको नक्सली बनाने का जिम्मेवार कौन- पुलिस या बिहार सरकार? विधान पार्षद कारी सोहैब ने एस पी से फोन कर पूछा कि अगर रामसखा महतो की कोई गलती थी तो उसके खिलाफ केस दर्ज करते, उसके परिवार को पुलिस उस तरह का मारपीट किया है जैसा किसी आतंकवादी के साथ किया जाता है इसलिए आप स्वंय सदर अस्पताल आकर पीड़ित परिवार को देखकर दोषी को सजा दें तथा पीड़ित परिवार को न्याय दें। विधायक ललन यादव ने डी एस पी को फोन किया जो आफ था। विधान पार्षद उर्मिला ठाकुर ने कहा कि हमारी पार्टी इस लड़ाई को सड़क से संसद तक लडेंगे।