एमएलए और एमपी का पेंशन हो बंद, प्रधान मंत्री से डॉ अरविन्द वर्मा ने की मांग
कलवार सेवक समाज को सांसद रमा देवी पर है गर्व – डॉ अरविन्द वर्मा
खगड़िया(साहिल आनन्द): एक ओर राजनीतिज्ञों में एमएलए, एमपी को एक नहीं कई पेंशन की राशि दिए जाने से देश की जनता को अपर कष्ट हो रहा है और दूसरी तरफ विगत 2004 ईस्वी से सरकारी कर्मियों का पेंशन बंद कर दिया गया। जैसे जैसे लोगों में जागृति आ रही है वैसे वैसे अवाम के बीच पेंशन को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उक्त बातें, पेंशन आन्दोलन के संयोजक वरिष्ठ नागरिक एवं समाज सेवी डॉ अरविन्द वर्मा ने मीडिया से कही। डॉ वर्मा ने विश्वविख्यात नेता प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह पूर्वक मांग करते हुए कहा कि बेहतर होता एमपी और एमएलए का पेंशन बंद कर दिया जाय। चूंकि एमएलए और एमपी समाज सेवा करते हैं इसलिए इन्हें अवैतनिक कर मासिक वेतन भी बंद कर दिया जाए। इससे देश के युवा वर्गों के बीच सरकार के प्रति अच्छा संदेश जाएगा। डॉ वर्मा ने आगे कहा मुझे यह जानकर अति प्रसन्नता हुई कि बिहार के वैश्य कलवार समाज की नेत्री सांसद रमा देवी ने पूर्व सांसद, विधायक एवं विधान पार्षदों को दिए जाने वाले पेंशन और भत्ते से संबंधित प्रावधान में संशोधन कर उसे बंद करने तथा उससे होने वाली बचत की राशि से देश के आमवृद्ध जनों को दिए जाने वाली वृद्धापेंशन की राशि में बढ़ोतरी करने की मांग की है। आगे उन्होंने कहा सांसद ने इस संबंध में पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर सुझाव दिया है। उन्होंने पत्र में कहा है कि पूर्व में यूपीए सरकार द्वारा यह प्रावधान किया गया कि यदि कोई एक दिन भी किसी सदन का सदस्य बन जाए तो उन्हें आजीवन पेंशन एवं अन्य सुविधाएं दी जाएगी। साथ ही अगर कोई दो सदन का सदस्य है तो वे दोहरी पेंशन के हकदार होंगे। वर्तमान में वैश्विक महामारी ने अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव डाला है। पेंशन मद से सैकड़ों करोड़ का अतिरिक्त राशि का बोझ बढ़ जाता है। डॉ वर्मा ने कहा कलवार सेवक समाज ने सांसद रमा देवी द्वारा पीएम को लिखे पत्र को ऐतिहासिक एवं साहसिक कदम बताते हुए कहा हमें ऐसे सांसद पर गर्व है। डॉ वर्मा ने आशा व्यक्त किया है की विश्वविख्यात नेता प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी एमएलए और एमपी का पेंशन अवश्य बंद कर जनहितकारी कदम उठायेंगे।