जयपुर राजस्थान(जे पी शर्मा): में हिंदू आस्था पर लगातार और योजनाबद्ध हमले हो रहे हैं। हिंदुओं के देवस्थल सुरक्षित नहीं हैं और आम स्त्रियों में भय का वातावरण बन गया है।
विश्व हिन्दू परिषद हिन्दू समाज पर हो रहे इन निम्नलिखित आक्रमणों से अत्यधिक परेशान व क्रोधित है इसलिए 16 मई सोमवार को पूरे राजस्थान प्रदेश मे तहसील स्तर तक शांति पूर्ण रूप से धरना प्रदर्शन किया जाएगा ओर ज्ञापन दिया जाएगा। यदि राजस्थान सरकार इसके बाद भी कोई प्रभावशाली उपाय नहीं करती है तो विश्व हिन्दू परिषद चुप नहीं बेठेगा ओर बड़ा आंदोलन करेगा।
राजस्थान सरकार की तुष्टीकरण व पक्षपाती कार्यवाई के कारण जेहादी मानसिकता वाले तत्वों में उद्दंडता उत्पन्न हुई है जिससे वे अत्यधिक हिंसक हो गए हैं। वे अनैतिक संरक्षण के चलते अब हिंदुओं के त्यौहारों, उत्सवों और समारोहों पर खुलेआम हिंसात्मक आक्रमण कर रहे हैं। तथा विभिन्न सरकारी एजेंसियां प्रताड़ित हिंदुओं पर ही झूठे मुकदमे बनाकर जेहादियों को प्रोत्साहन दे रही हैं, उनकी पाशविक सोच को अनैतिक समर्थन दे रही हैं।
पिछले वर्षों में घटित दर्जनों घटनाओं में सभी ने देखा है कि दीपावली जैसे सबसे बड़े और महत्वपूर्ण हिंदुओं के त्योहार पर धारा 144 लगाई गई जबकि ठीक उसी समय पर अजमेर में उर्स पर नहीं लगाई गई थी।
सालासर धाम में राम-जानकी परिवार सहित तोरणद्वार को बेरहमी से बुल डोज कर दिया गया, मूर्तियों को मिट्टी में मिला दिया गया और सदन में बैठकर आरोप केंद्रीय एजेंसी पर लगाया गया जिसका झूठ कुछ ही समय में खुल गया। वही जेहादियों का तुष्टिकरण और हिंदुओं का दमन।
करौली में शांतिपूर्ण तरीके से नववर्ष मना रहे हिंदुओं पर योजनाबद्ध हिंसा की गई जो प्रत्यक्षदर्शी स्थानीय पुलिस अधिकारी के डोजियर में स्पष्ट लिखा गया। लेकिन जेहादियों के तुष्टिकरण की विवशता के चलते बाद में सरकार ने मनगढ़ंत कहानियां बनाई और हमले के मुख्य आयोजक मतलूब अहमद को सेफ पैसेज देकर भागने मे सहयोग दिया गया। हिंदुओं पर फिर से झूठे मुकदमे बनाए गए।
रामनवमी, हनुमान जयंती और महावीर जयंती के आयोजनों पर अनेकों जिलों में धारा 144 लगा कर आयोजनों को अवरूद्ध करने की कुटिल नीति बनाई गई। यहां भी सरकार की जेहादियों के तुष्टिकरण और हिंदुओं के दमन की नीयत साफ दिखाई दी।
बदनाम सांप्रदायिक और हिंसक संगठन ( केरल की वामपंथी सरकार के उच्च न्यायालय में दिए गए शपथपत्र के अनुसार) पी एफ आई को राजस्थान की औद्योगिक नगरी कोटा में जुलूस निकालने की अनुमति दी गई। ठीक इसी समय पर हिंदुओं पर होने वाले अत्याचारों के सत्य का साक्षात्कार करवाने वाली फिल्म, द कश्मीर फाइल्स को प्रदर्शित करने वाले सिनेमाघरों पर धारा 144 लगाई गई। फिर से वही जेहादियों का तुष्टिकरण और हिंदुओं पर दमन करने की नीयत उजागर हुई।
अलवर में आजादी से पूर्व बने हिंदुओं के मंदिरों और जैन धर्मशाला को जिला प्रशासन की सीधी कार्रवाई द्वारा ध्वस्त किया गया। आरोप नगर पालिका पर लगाया गया जो तथ्यों के अन्वेशण उपरांत झूठा पाया गया। इस विषय पर जिम्मेदारी निर्धारित करने हेतु उच्च न्यायालय में दायर किए गए वाद की पत्रावलियां गुम बताई गई। देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकियों पर चल रहे बुलडोजर का हिसाब चुकाने के लिए शताब्दियों पुराने हिंदुओं के मंदिरों धर्मशालाओं पर बुलडोजर चलवाकर आखिर किसे प्रसन्न करने की मंशा थी ?
मुख्यमंत्री जी के गृहनगर जोधपुर में जालोरी गेट सर्किल पर लगी हुई स्वतंत्रता सेनानी श्री बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा से ईद के उन्माद में मुस्लिमों ने भगवा ध्वज उतार फेंका, इस्लामी ध्वज लगा दिया और योजनाबद्ध विवाद को आमंत्रित किया। विवाद बढ़ने पर जेहादियों द्वारा आसपास में 12 घंटे तक तांडव मचाया गया। आसपास की हिंदुओं की संपत्तियों और वाहनों को नष्ट किया गया। रात में एक निर्दोष युवक का पीछा कर उसे छुरा घोंपकर मारने की कोशिश की गई और इस दौरान पुलिस घटनास्थल से पूरी तरह गायब रही।
हनुमानगढ़ के नोहर में हिंदू मंदिर में जाने वाली महिलाओं की, जिहादियों की छेड़छाड़ से सुरक्षा करने वाले हिन्दू युवक पर जेहादियों द्वारा जानलेवा हमला किया गया जिसमें पीड़ित अत्यंत गंभीर हालत में बीकानेर में रैफर किया गया। यहां भी 27 हिंदुओं पर मुकदमे लगा कर मुस्लिमों की उद्दंडता को बढ़ावा दिया गया और हिंदुओं का दमन किया गया कि वे अपनी बहन बेटियों की सुरक्षा करने के लिए भी अधीकृत नहीं हैं।
इन सभी उदाहरणों से यह स्पष्ट है कि यह सब हिंसा सरकार के अनैतिक संरक्षण के कारण हो रही है। सरकार के मंत्रियों के हिंदुओं पर लगाए गए झूठे आरोपों ने आग में घी का काम किया है। जेहादियों को सरकार के प्रोत्साहन देने से स्थितियां दिन प्रतिदिन भयावह हो रही हैं। मंत्री पुत्र नारी स्मिता का मखौल उड़ाता है और सरकार उसे संरक्षण देती है। राज्य में ना हिन्दू सुरक्षित है और ना ही नारी।
विश्व हिन्दू परिषद हिन्दू समाज पर हो रहे इन निम्नलिखित आक्रमणों से अत्यधिक परेशान व क्रोधित है इसलिए 16 मई सोमवार को पूरे राजस्थान प्रदेश मे तहसील स्तर तक शांति पूर्ण रूप से धरना प्रदर्शन किया जाएगा ओर ज्ञापन दिया जाएगा। यदि राजस्थान सरकार इसके बाद भी कोई प्रभावशाली उपाय नहीं करती है तो विश्व हिन्दू परिषद चुप नहीं बेठेगा ओर बड़ा आंदोलन करेगा।