सोनीपत(लोकेश झा): शबद चौकी यात्रा का हवाई अड्डे रेस्टोरेंट पर स्वागत हुआ। सरदार रेशम सिंह और सरदार गुरुदेव सिंह को सिरोपा पहनाकर सम्मानित किया गया । जैसा कि 14 अक्टूबर को गुरुद्वारा बंदी छोड़ किला ग्वालियर से यात्रा शुरु होकर अलग अलग शहरों से होते हुए गुरुद्वारा अकाल तख्त साहिब गुरुद्वारा अमृतसर में जाकर 11 नवंबर को यह यात्रा समाप्त होगी। इस शबद चौकी यात्रा का ऐतिहासिक महत्व है। यात्रा की अगुवाई करते हुए डॉक्टर चीमा ने कहा कि जब मुगलों ने गुरु साहिब को बहुत समय तक ग्वालियर के किले में कैद रखा तो सिख संगत ने गुरु साहिब के कैद में दर्शन करने के लिए उस वक्त यह यात्रा श्री हरिमंदिर साहिब से ग्वालियर के किले तक आयोजित की थी। जिस की अगुआई बाबा बुढ़्ढा जी ने की थी । यह पैदल यात्रा बंदी छोड़ दिवस की 400 वर्षीय शताब्दी को समर्पित है। इस मौके पर हवाई अड्डा रेस्टोरेंट के सभी कर्मचारी साहित सैकड़ो संगत मौजूद थे। बताने योग्य है कि 70माइल ग्रुप ऑफ़ होटल के चेयरमैन सरदार रेशम सिंह सामाजिक और धार्मिक कार्यों में बढ़ चढकर अपना योगदान देते रहते हैं।