खगड़िया सदर : जिलाधिकारी खगड़िया डॉक्टर आलोक रंजन घोष के निर्देश पर जिले में दुधारू पशुओं में फैली फुट एंड माउथ डिजीज(FMD), जिसे स्थानीय भाषा में “भंजहा” भी कहा जाता है, को नियंत्रित करने के लिए टीकाकरण का कार्य बेलदौर छोड़कर शेष प्रखंडों में पशुपालन विभाग द्वारा कराया जा रहा है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉक्टर मोइनुद्दीन ने बताया कि खगड़िया जिला में भंजहा (FMD) फैलने की सूचना प्राप्त होते ही ज़िला को इसके वैक्सीन की 50000 डोज रिंग वैक्सीनेशन हेतु अभी तक उपलब्ध कराया जा चुका है। बेलदौर को छोड़कर शेष प्रखंडों में इस बीमारी के प्रसार की सूचना प्राप्त हुई है। FMD के फैलने पर इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए रिंग वैक्सीनेशन कराया जाता है। रिंग वैक्सीनेशन का मुख्य उद्देश्य है- बीमारी के उद्गम वाले जगह को छोड़कर उसके चारों ओर रिंग वैक्सीनेशन कराना, जिससे बीमारी उद्गम वाले जगह से बाहर ना फैल सके। रिंग वैक्सीनेशन खगड़िया जिला के 6 प्रखंडों के लगभग 40 पंचायतों में किया जा रहा है।
खगड़िया जिला को अप्रैल माह के अंत तक FMD वैक्सीन की तीन लाख डोज प्राप्त होने की सूचना है, जिससे पूरे जिले में लगभग 90 प्रतिशत गाय और भैंस का टीकाकरण हो जाएगा। इस बीमारी में पशुओं के मुँह में छाले और पैर में जख्म हो जाता है। इस बीमारी के कारण दुधारू पशुओं में दूध का उत्पादन तुरंत ही कम हो जाता है, जिससे पशुपालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। FMD टीकाकरण हो जाने के उपरांत पशुओं में इस बीमारी से लड़ने की क्षमता आ जाती है। वैक्सीनेशन से पशुपालक इस बीमारी से अपने दुधारू पशुओं को बचा सकेंगे।
FMD वैक्सीनेशन हेतु डॉक्टर नीरज कुमार सिंह, भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी (चलंत) को जिला नोडल पदाधिकारी बनाया गया है, जिनके मोबाइल नंबर 7013873172 पर पशुपालक रिंग वैक्सीनेशन हेतु संपर्क कर सकते हैं। इनके नेतृत्व में जिला पशुपालन कार्यालय, खगड़िया में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है।
रिंग वैक्सीनेशन हेतु जिला पशुपालन कार्यालय द्वारा एक माइक्रो प्लान भी तैयार कर सभी प्रखंडों के भंजहा बीमारी से प्रभावित पंचायतों में टीकाकरण हेतु भ्रमणशील पशु चिकित्सक, पशुधन पर्यवेक्षक एवं वैक्सीनेटर लगाए गए हैं।