बांका : पटना, कोटा, बोकारो के नामी कोचिग संस्थान कोई मायने नहीं रखता यदि, छात्र में जुनून और मेहनत करने का जज्बा हो। अब छोटे शहर और गांव में आनलाइन पढ़ाई कर भी बच्चे आइआइटी और मेडिकल क्रैक कर रहे हैं। बस आपको कुछ करने का भूत मन में सवार कर लेना है। ये बातें भारतीय इंजीनियरिग सेवा के अधिकारी सह बांका निवासी गोपाल पाठक ने समग्र शिक्षा सभागार में आयोजित बच्चों के सम्मान समारोह में कही। उन्होंने कहा कि बांका में जरूर जेईई और मेडिकल तैयारी के शिक्षक नहीं हैं। आप अपने परिवार की क्षमता के अनुसार शहर का चयन कर सकते हैं। मैट्रिक तक आपका बेसिक ठीक है तो आगे आपकी राह आसान है। इंटर में हमेशा अपनी रुचि के विषयों का ही चयन करें। क्रैश कोर्स में पढ़कर टापर बने बच्चों के सवालों का भी उन्होंने जवाब दिया। इसके पहले डीपीओ ने कहा कि बांका में विशेष शिक्षा का जारी अभियान लगातार जारी रहेगा। क्रैश कोर्स के अलावा उन्नयन पल्लव, उन्नयन नवोदय, एसएसए बांका फेसबुक पेज ने हमने पढ़ाई का नया माडल प्रस्तुत किया है। समारोह में उन्होंने टापर 25 बच्चों को इलेक्ट्रानिक डिवाइस देकर सम्मानित किया। मौके पर डीपीओ एमडीएम रविद्र प्रकाश, रमेश झा, उमाकांत कुमार, मुकेश कुमार, कुंदन बिहारी, ब्रजमोहन मंडल, अनंतलाल चौधरी, सर्वेश कुमार सिंह आदि प्रमुख रुप से मौजूद थे। इस मौके पर लाकडाउन के दौरान आनलाइन कक्षा लेने वाले डेढ़ दर्जन विद्यालयों को पुरस्कार में ट्राईपोड दिया गया। समारोह को कई शिक्षकों ने संबोधित किया। बच्चों ने भी अपने करियर से संबंधित सवालों का जवाब पाया।