भ्रष्टाचार नियंत्रण पर एनसीसीएचडब्ल्यूओ का एनएफएल के साथ हुआ सेमिनार

चंडीगढ(पुष्पा भाटी):   एनसीसीएचडब्ल्यूओ को समाज में भ्रष्टाचार के खतरे को दूर करने के लिए नीति आयोग से मान्यता प्राप्त है। नीति आयोग ने एनसीसीएचडब्ल्यूओ को यूनिक आईडी नंबर जारी किया है और पिछले प्रदर्शन और प्रतिष्ठा के आधार पर नागरिक समाज संगठन (कानून प्रवर्तन एजेंसी) के रूप में वर्गीकृत है।नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, चंडीगढ़ में जोनल कार्यालय के अधिकार क्षेत्र में पांच राज्य हैं। उप प्रबंधक सतर्कता, श्री गुरमीत सिंह ने कर्मचारियों को भ्रष्टाचार उन्मूलन पर शिक्षित करने और भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण बनाने के लिए एनसीसीएचडब्ल्यूओ से सहायता लेने की इच्छा व्यक्त की। तदनुसार एनसीसीएचडब्ल्यूओ की एक टीम ने एनएफएल, सेक्टर 17, चंडीगढ़ का दौरा किया, जिसमें राष्ट्रीय मुख्य सचिव श्री रंजीत वर्मा, राज्य अध्यक्ष, नागरिक रक्षा प्रकोष्ठ, श्री मनसा राम मौर्य और राष्ट्रीय आईटी प्रमुख, श्री जीएस डोगरा शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन उप महानिरीक्षक सतर्कता श्री गुरमीत सिंह ने किया।कार्यक्रम एक संवादात्मक कार्यशाला के रूप में आयोजित किया गया था। श्री रंजीत वर्मा ने राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण और मानव कल्याण संगठन की विभिन्न भ्रष्टाचार विरोधी गतिविधियों को कवर किया। उन्होंने बताया कि एनसीसीएचडब्ल्यूओ के सदस्य नियमों से विचलन और जनता/महिलाओं/समाज के कमजोर वर्ग के उत्पीड़न से संबंधित विभिन्न घटनाओं का विवरण एकत्र करते हैं। ऐसे कई मामलों पर प्रकाश डाला गया जहां एक संगठन में मुद्दों को हल करने के लिए एनसीसीएचडब्ल्यूओ से संपर्क किया गया था। उच्च सरकारी कार्यालयों में भी भ्रष्टाचार के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। यह भी बताया गया कि महिला सशक्तिकरण के तहत महिलाओं/छात्रों/कर्मचारियों को आत्मरक्षा तकनीक सिखाने के लिए कराटे शिविरों का आयोजन किया जाता है। श्री रंजीत वर्मा ने जोर देकर कहा कि सभी संस्थानों में व्यक्तियों को आत्म अनुशासन का पालन करने और अनैतिक प्रथाओं से दूर रहने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। बताया गया कि एनसीसीएचडब्ल्यूओ का टेलीफोन नंबर और ईमेल पता एनएफएल के साथ साझा किया जा रहा है। कोई भी कर्मचारी / सीटी- ब्लोअर भ्रष्टाचार से संबंधित मुद्दों के बारे में एनसीसीएचडब्ल्यूओ के ध्यान में ला सकता है। आपसी सहयोग से भ्रष्टाचार पर सबसे अच्छा अंकुश लगाया जा सकता है। समझ और समन्वित प्रयास।
इस कार्यशाला में जोनल जीएम श्री दिलबाग सिंह (मार्केटिंग) और संघ अध्यक्ष श्री. अश्वनी चोपड़ा जी, प्रदेश मैनेजर (पंजाब) श्री राजवीर ताया एवं अंचल कार्यालय एवं सतर्कता विभाग चंडीगढ़ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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