भटगमा मे अगनी पथ योजनाओं का छात्रों ने जमकर विरोध प्रर्दशन हंगामा करते हुए टायर जलाकर आगजनी किये
टायर जलाकर सड़क को किया पांच घंटे जाम
भटगमा जोरो माईल के समीप आंदोलनकारी छात्रों ने जमकर विरोध प्रर्दशन हंगामा करते हुए टायर जलाकर आगजनी किये।
जगदूत न्यूज चौसा मधेपुरा से मोहम्मद अनसार आलम की रिपोर्ट
सेना भर्ती को लेकर केंद्र सरकार द्वारा घोषित अग्निपथ योजना के विरोध में लगभग सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने शनिवार की सुबह 7:00 बजे से ही भटगामा जीरोमाइल चौक पर टायर जलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। प्रदर्शन में शामिल युवाओं का कहना था कि सरकार के अग्निपथ योजना से युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। 4 साल के नौकरी के बाद रिटायर करने का फैसला गलत है। इसके बाद युवा किसी लायक के रहेंगे ही नहीं।आक्रोशित युवाओं की मांग थी कि सरकार इस फैसले को वापस ले और युवाओं के भविष्य के बारे में सोचें सरकार सिर्फ न सिर्फ गरीब आनौजवान को बर्बाद करने में तुले हुए। सरकार सबसे पहले विधायक मंत्री सांसद व अन्य नेताओं का पेंशन बंद करे और पार्टी व जनप्रतिनिधि के समय सीमा को तय करें अन्यथा आंदोलन जारी रहेगा। जाम लगने से चारों ओर से लगभग चार किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही। वही जाम तोड़वाने पहुंचे अंचल अधिकारी राकेश सिंह, थानाध्यक्ष किशोर कुमार, एएसआई कृष्ण कुमार सिंह को युवाओं ने वापस कर दिए और जिला अधिकारी को बुलाने की मांग करने लगे।
पांच घंटा तक रहा सड़क जाम
सुबह साढ़े छः बजे से भटगामा जीरोमाइल चौक पर सैकड़ों युवाओं के द्वारा सड़क पर टायर जलाकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी यातायात बाधित के बाद लगभग 2 घंटे के बाद अंचल अधिकारी राकेश कुमार सिंह थानाध्यक्ष किशोर कुमार एएसआई कृष्ण कुमार सिंह जाम स्थल पर पहुंचे। आक्रोशित युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील की लेकिन आक्रोशित युवाओं ने जिला पदाधिकारी को बुलाने की मांग को लेकर अंचलाधिकारी,थानाध्यक्ष व अन्य पुलिस बल को बैरंग वापस कर दिए। जबकि जाम के 3 घंटे बाद पहुंची प्रखंड विकास पदाधिकारी रीना कुमारी पहुंची। लगभग 4 घंटे बाद मुखिया प्रतिनिधि सुशील यादव सरपंच अरविंद सिंह समेत अन्य बुद्धिजीवी आक्रोशित युवाओं से बातचीत कर उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से एवं कानून दायरे में रहकर विरोध करने की बात समझाने के बाद आक्रोशित युवाओं ने शांत हुए और 11 बजे यातायात को पुनः बहाल करवाया गया।तब जाकर राहगीरों ने राहत का सांस लिया। राहगीरों ने कहा कि काश जाम की जानकारी मिलते ही प्रशासन और जनप्रतिनिधि पहुँच जाते तो सेकडों राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ता।