डाॅ मंजुश्री वात्स्यायन सहरसा
जल्दी दो माँ नाश्ता
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जल्दी दो माँ नाश्ता
मैगी हो या पाश्ता।
चाउमीन भी भाता है
नूडल्स भी तो आता है।
या फिर पिज्जा बर्गर
हो उसमें भी खूब बटर।
दूध नहीं माँ लाना
रोटी तुम न बनाना।
पूड़ी और परांठे
मुझे नहीं हैं भाते।
ये सब मैं न खाऊंगा
भूखा ही रह जाउंगा।
दुःख तुम भी तो पाओगी
खाना भी न खाओगी।
मुझको ये न भायेगा
बारंबार रूलायेगा।
चल मां कुछ पकाते हैं
साथ-साथ हम खाते हैं।