बाढ़ प्रभावित पंचायतों में जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा स्थानीय निरीक्षण किया गया, प्रभावित लोगों एवं जनप्रतिनिधियों से फीडबैक प्राप्त किया गया, कुछ पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित,

खगड़िया : जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष द्वारा जिले में प्रवाहित होने वाली नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि एवं उनके खतरे के निशान से ऊपर बहने के आलोक में विभिन्न पंचायतों में जिला स्तरीय पदाधिकारियों से बाढ़ की प्रभाविता का आंकलन करने के लिए स्थलीय निरीक्षण कराया गया।

उप विकास आयुक्त श्री संतोष कुमार ने गोगरी एवं परबत्ता अंचलों के बाढ़ प्रभावित पंचायतों का सघन दौरा किया। उनके अलावा अनुमंडल पदाधिकारी गोगरी श्री अमन कुमार सुमन एवं अनुमंडल पदाधिकारी खगड़िया श्री अमित अनुराग ने भी बाढ़ प्रभावित पंचायतों का निरीक्षण किया। जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने भी विनिर्दिष्ट पंचायतों में बाढ़ प्रभावित वार्डों का विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया एवं विहित प्रपत्र में अपनी जांच रिपोर्ट आपदा शाखा को प्रेषित किया। स्थलीय निरीक्षण के प्रारंभिक रिपोर्टों के आधार पर सौढ़ दक्षिणी, सौढ़ उत्तरी, टेमथा करारी, लगार, दरियापुर भेलवां, बन्नी, रहीमपुर मध्य आदि पंचायत के कुछ वार्ड आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित हैं।जांच के दौरान पदाधिकारियों द्वारा बाढ़ प्रभावित पंचायतों के वार्डों का स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं जनता की उपस्थिति में निरीक्षण कर क्षतिग्रस्त मकानों की संख्या, प्रभावित घरों की संख्या एवं जनसंख्या, नाव के परिचालन की आवश्यकता का आंकलन, राहत सामग्री के वितरण की आवश्यकता, पशु चारा वितरण की आवश्यकता, राहत शिविर संचालन की आवश्यकता एवं सामुदायिक रसोई संचालन की आवश्यकता का आकलन करने के लिए उनसे फीडबैक प्राप्त किया। उन्होंने तटबंध, रिंग बांधों एवं संपर्क पथों के मरम्मति के संबंध में भी जनप्रतिनिधियों एवं जनता से फीडबैक प्राप्त किया। पंचायतों के जिन वार्डों में संपर्क टूट गया है, वहां नाव परिचालन किया जा रहा है और नाविक का लॉग बुक खोल दिया गया है।बाढ़ प्रभावित पंचायतों के जनप्रतिनिधियों का अलग व्हाट्सएप ग्रुप मनाया गया है और इसके माध्यम से बाढ़ एवं राहत संबंधी सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का आपदा राहत कार्यों के संचालन हेतु सार्थक एवं सकारात्मक सहयोग जिला प्रशासन को प्राप्त हो रहा है।

जिलाधिकारी ने जल स्तर में वृद्धि के मद्देनजर उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारियों, अंचलाधिकारियों, प्रखंड विकास पदाधिकारियों एवं प्रशासन के जिला स्तरीय पदाधिकारियों को बाढ़ राहत कार्यों के संचालन की कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया है।

जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को मेडिकल टीम को एलर्ट मोड में रखने का निर्देश दिया है। जिन प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यकता होगी वहां मेडिकल टीम भेजकर लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी।

इसी प्रकार स्थलीय निरीक्षण एवं लोगों की मांग के आधार पर बाढ़ प्रभावित पंचायतों में राहत सामग्रियों का वितरण, कम्युनिटी किचन का संचालन, राहत शिविरों का संचालन एवं पशु चारा वितरण किया जाएगा। इसके लिए आपदा शाखा ने पूरी तैयारी कर रखी है। एसडीआरएफ की टीम भी पूरी तरह से सक्रिय है एवं राहत कार्यों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।बाढ़ संबंधी किसी भी जानकारी को अनुमंडल पदाधिकारी खगड़िया(मोबाइल नंबर 9473191422) एवं अनुमंडल पदाधिकारी गोगरी(मोबाइल नंबर 9473191423) को दिया जा सकता है। जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगो को मदद करने के लिए कृत संकल्पित है, जैसा कि माननीय मुख्यमंत्री ने भी कहा था कि सरकारी खजाने पर पहला हक आपदा पीड़ितों का है।

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