जयपुर राजस्थान(जे पी शर्मा):राष्ट्रीय सनातन एकता मंच राष्ट्रीय अध्यक्ष वैभव चाष्टा ने बताया राष्ट्रीय सनातन एकता मंच द्वारा आज दिनांक 27/05/02022 को संपूर्ण भारत में 150 से अधिक जिला मुख्यालय पर ब्लाक/तहसील स्तर पर जिला कलैक्टर और एसडीएम को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नाम ज्ञापन दिया गया है जिसमें प्लेसेस और वर्शिप एक्ट 1991 (पूजा स्थल अधिनियम1991) को तुरंत संज्ञान लेते हुए रद्द करने की मांग की गई है।
पूर्ववर्ती (कांग्रेस) केंद्र सरकार ने अपनी तुष्टिकरण की नीतियों की चलते प्लेसेस और वर्शिप एक्ट 1991 (पूजा स्थल अधिनियम1991) पारित किया और इस कानून द्वारा यह सुनिश्चित किया गया कि 15 अगस्त 1947 के पश्चात् जो भी पूजा स्थल जहा है जैसा है उसके स्वरूप में कोई बदलाव नहीं किया जा सकेगा इस एक्ट के द्वारा मुगल आक्रांताओं द्वारा जितने भी हिंदू मंदिरों को तोड़ कर मस्जिदों का निर्माण किया गया था उनको संरक्षित करने का कार्य किया गया जो की देश की बहुसंख्यक हिंदू धर्म के साथ अन्याय हुआ था और आज भी हो रहा है जबकि इतिहास पुराण शास्त्रों खुद मुस्लिम लेखकों द्वारा भी यह स्वीकार किया गया है कि उपरोक्त इमारत मन्दिर तोड़ कर बनाई गई थी अधिकतर इमारतों में आज भी हिंदू मंदिरों के प्रमाण साक्ष्य मिले हैं। अतः इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय सनातन एकता मंच द्वारा ज्ञापन दिया गया है जिसमें प्लेसेस और वर्शिप एक्ट 1991 (पूजा स्थल अधिनियम1991) को तुरंत संज्ञान लेते हुए रद्द करने की मांग की गई है।
जयपुर में अति. जिला कलेक्टर को जिलाध्यक्ष डाॅ. नवप्रभाकर लाल गोस्वामी महासचिव डाॅ.सम्पर्क आचार्य व अन्य पदाधिकारीयों द्वारा ज्ञापन दिया।
