साढ़े दस हज़ार पेंशन के अलावा नहीं मिल रही कोई अन्य सरकारी सुविधा
खगड़िया(इंदुप्रभा): बिहार सरकार के चिकित्सा पदाधिकारी पद से त्यागपत्र देकर राजनीति क्षेत्र में कूदने वाले डॉ चंद्रशेखर वर्मा कांग्रेस की टिकट पर खगड़िया संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़े और चुनाव जीते थे। उनका देहावसान 25 जून 2013 को हो गया। उनकी पत्नी उषा वर्मा भी 74 वर्ष की हो गई है। ज़िला मुख्यालय के निकटस्थ राकाे ग्रामवासी पूर्व सांसद स्वर्गीय डॉ0 चंद्रशेखर वर्मा के उषा निकेतन में उषा वर्मा से कुशल क्षेम जानने बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा पहुंचे, जहां पारिवारिक, सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर घंटों बातचीत हुई। उक्त जानकारी देते हुए डॉ वर्मा ने मीडिया से कहा पूर्व सांसद की पत्नी उषा वर्मा को इन दिनों महज़ 10500/- प्रति माह बतौर पेंशन मिलता है। सरकारी सुविधा के नाम पर सिर्फ दिल्ली पार्लियामेंट के एनेक्सी में बगैर पास के इंट्री मिल जाती है। यात्रा सुविधा में भी कोई रियायत नहीं मिल रही है। उषा वर्मा को काफी खुशी हुई कि चलो कोई समाज सेवी तो आया मेरी सुधि लेने। डॉ वर्मा ने उनके सांसद काल में खगड़िया संसदीय क्षेत्र में हुई कार्यों की भी चर्चा हुई जिसमें केंद्रीय विद्यालय, खगड़िया और आदर्श रेलवे स्टेशन खगड़िया मुख्य है। डॉ वर्मा ने ज़िला प्रशासन से मांग किया है कि समय समय पर पूर्व सांसद की पत्नी उषा वर्मा को सम्मानित किया जाय। आगे डॉ वर्मा ने कहा पूर्व सांसद की पत्नी उषा वर्मा के पिता स्वo सहदेव महतो बिहार सरकार के मंत्री रह चुके हैं। इनकी चार बेटियां, जिनमें एक का देहांत हो चुका है। इन्हें पुत्र नहीं है। इनकी बेटी दामाद बाहर रहते हैं। डॉ वर्मा ने कहा उषा वर्मा कहती हैं बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं है। उन्होंने बिहार की जनता से अपील की है कि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की तरफ खास ध्यान दिया करें।