पूर्व आईपीएस कौन बोले,विश्वेश्वरैया भवन में सुनियोजित षडयंत्र के तहत आग लगाई,जानें
स्टेट नेटवर्क डेस्क/(रितेश राज).
प्रशासनिक कामकाज के लिहाज से सुवे के सबसे बड़े सरकारी भवनों में एक विश्वेश्वरैया भवन में बुधवार को लगी भीषण आग को लेकर अब एक पूर्व आईपीएस अधिकारी ने बड़ा आरोप लगाया है. सेवानिवृत आईपीएस अधिकारी का कहना है कि विश्वेश्वरैया भवन में सुनियोजित षडयंत्र के तहत आग लगाई गई. आग लगाने वालों ने घोटाले की फाइल को जलाने के मकसद से भवन में आग लगाई और सबूतों को जलाकर खाक कर दिया.इधर
बिहार कैडर के सेवानिवृत आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को इस सम्बम्ध में पत्र लिखकर आग लगाने की घटना में कथित रूप से कई आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि 11 मई को पटना के विश्वेश्वरैया भवन के पांचवे तल में आग लगा दी गई. पांचवें तल पर ग्रामीण कार्य योजना का कार्यालय है. इन योजनाओं में हजारों करोड़ के घोटाले हुए. आग लगाकर सारे सबूतों को नष्ट कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि विश्वेश्वरैया भवन की पांचवीं मंजिल में आग टेंडर माफिया द्वारा सुनियोजित षड्यंत्र के तहत लगाई गई है. टेंडर माफिया को सत्ता का संरक्षण प्राप्त होने का भी आरोप लगाया है.जबकि
विश्वश्वरैया भवन के तीन फ्लोर पूरी तरह से जल गए हैं. जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण कार्य विभाग को उठाना पड़ा है. ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने बताया कि आज विभाग का निरीक्षण किया जाएगा. इसके बाद ही बताया जा सकता है कि विभाग को कितना नुकसान हुआ है.
वहीं, आग कैसे लगी इसकी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है. भवन निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कुमार रवि ने स्वयं घटना स्थल पर जाकर पूरे मामले की छानबीन की. बताया कि प्रथमदृष्टया शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आ रही है. घटना की जांच करायी जाएगी.जबकि
तकनीकी सचिवालय यानी विश्वेश्वरैया भवन में हुए अग्निकांड की जांच के लिए विभाग ने अभियंता प्रमुख, भवन निर्माण विभाग की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया है. इस जांच कमेटी में मुख्य अभियंता, इलेक्ट्रिकल, मुख्य अभियंता, भवन निर्माण, पटना, अधीक्षण अभियंता, पटना एवं अगलगी से संबंधित विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया है. जांच कमेटी सरकारी कार्यालयों में हुए नुकसान का आकलन करेगी.वहीं
भीषण अगलगी की घटना के बाद अब यहां दो दिन तक सभी विभागों के कर्मियों के आने पर रोक लगा दी गई है. गुरुवार और शुक्रवार को विश्वशरैया भवन में किसी को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. जानकारों के अनुसार इन दो दिनों में भवन परिसर में अगलगी से हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा. साथ ही आग से जले सामानों के मलबे को हटाने का काम किया जाएगा. यह आदेश प्रमंडलीय आयुक्त सह भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने दिया है.दिए आदेश में कहा गया है सुरक्षा की दृष्टिकोण से यह काम किया गया है तथा यहां काम करने वालों को नहीं आने को कहा गया है.