राजस्थान पदमपुर (सुश्रीपुष्पा भाटी): विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के इस अवसर पर पदमपुर पुलिस थाना धिकारी रामकेश मीना ने चानणाधाम में 100 – 150 महिला पुरुष ग्रामीणो व सीएलजी सदस्यो द्वारा तम्बाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने की शपथ दिलवाई। इस अवसर गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे ।
एसएचओ रामकेश मीना ने बताया कि जिले को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए चल रहे 100 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान का विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर समापन किया गया। शपथ के साथ ही विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन करते हुए उनमें शपथ के साथ ही आमजन को तंबाकू का सेवन न करने व तंबाकू रोकथाम के प्रति जागरूक किया गया।
’स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है तंबाकू का सेवन’
एसएचओ ने बताया कि विश्व भर में, तंबाकू के बढ़ते उपयोग और उसके स्वास्थ्य पर पडऩे वाले हानिकारक प्रभाव चिंता का कारण बन गए हैं। इससे हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह, पुरानी सांस की बीमारियां इत्यादि विश्व स्तर पर होने वाली मृत्यु का प्रमुख कारण हैं, जो तंबाकू के सेवन के साथ जुड़ी हैं। विश्व में हर वर्ष 38 लाख लोग एनसीडी से मर जाते हैं। एनसीडी के अत्यधिक बोझ को तंबाकू के उपयोग को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। सभी आयु वर्ग के लोगों को बहुत सारी बीमारियों से प्रभावित करने वाला मुख्य जोखिम का कारण तंबाकू हैं। तंबाकू का सेवन करने वाले लगभग छह लाख लोगों की मृत्यु प्रतिवर्ष होती हैं। इन मौतों के परिणामस्वरूप लगभग पांच लाख मौतों का प्रत्यक्ष कारण तंबाकू का सेवन हैं, जबकि अप्रत्यक्ष तंबाकू के सेवन के परिणामस्वरूप साठ लाख लोगों की मृत्यु होती हैं। तंबाकू के कारण हर छह सेकंड में एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती हैं। भारत में स्थिति समान रूप से काफी गंभीर हैं। यहां तंबाकू के उपयोगकर्ताओं की अनुमानित संख्या सताईस करोड़ उनचास लाख हैं। तंबाकू के धूम्रमुक्त उपयोगकर्ताओं की संख्या सौलह करोड़ सैंतीस लाख और तंबाकू पीने (धूम्रपान) वालों की संख्या केवल छह करोड़ नवासी लाख तथा ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे ऑफ इंडिया (गैट्स) के अनुसार धूम्रपान और धूम्रमुक्त उपयोगकर्ताओं की संख्या बयालीस करोड़ तीन लाख हैं। ऐसे में हम सबका दायित्व है कि हम मिलकर जिले को ही नहीं बल्कि राज्य व देश को तंबाकू मुक्त बनाएं और अपना अहम योगदान देवें।
