श्रीगंगानगर (पुष्पा भाटी): लोगों का मानना है कि राजनिति न समझने वाली पहेली है।चुनाव नजदीक आते ही लोगो मे जितनी मिठास होती है उससे कई गुणा जहरीले सांपो की तरह जहर अंदर छिपा कर रखते हैं। वो जहर से कई अन्ध भक्तो को डसते है जिसका जहर युवा वर्ग राजनिति में जाये खुब जाऐ पर लेकिन एक एक्सपर्ट सपेरा बनकर जाए। जिस नेता के सहारे आप खुद का ओर अपने श्रेत्र का विकास करवाना चहाते हो वो अच्छी तरह समझता हैं। वह मिर्च मसाला लगाकर तुम्हारे विचारो को खा जाएगा।तुम्हे गुलामी की जंजीरो में जकड़ कर तुम्हारे ही नेता बनने के ख्वाब दिखाकर तुम्हे ही गुलाम बना देगा। लोग चुनाव के समय आंखे बंद करके राजनेता का समर्थन करते है । उसकी अच्छाई बुराई बिल्कुल नही देखते अगर अपवाद को छोड दे तो वही नेता आपका बहुत बड़ा दुश्मन बन जाता है । नेता कभी नही चहाता कि आने वाले समय मे कोई ओर नेता बने लोगो की करे तो आरती कौन उतारेगा। अन्ध भक्त ओर चमचा लोग समाज के विकास मे बहुत बड़ी बाधा हैं।