नालंदा यूनिवर्सिटी में खूब बोले प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी..आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, ज्ञान को नहीं मिटा सकती…
लगातार देश के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी बुधवार को नालंदा पहुंचे
JNA अजय वर्मा की रिपोट
नालंदा, बिहार ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नालंदा यूनिवर्सिटी की नई बिल्डिंग का उद्धाटन किया। वहीं मौके पर पीएम मोदी ने कहा नालंदा आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। बोले,नई सरकार के कार्यकाल शुरू होने के 10 दिन के भीतर नालंदा आने का सौभाग्य मिला। बोले,आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकती। नालंदा आना मेरा सौभाग्य है। नालंदा एक पहचान है, सम्मान है। बेहतर भविष्य की नींव रखना जानते हैं। जगदूत न्यूज़ एजेंसी के अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नालंदा आने पर उनका शुक्रिया किया। सीएम नीतीश ने कहा प्रधानमंत्री पहली बार राजगीर आए हैं। मैं उनका और बाकी सभी मेहमानों का दिल से स्वागत करता हूं।’ नीतीश कुमार ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम से पहले पुराने नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर भी देखे। प्रधानमंत्री जी, आपने देखा होगा कि पुराना नालंदा विश्वविद्यालय कितना बड़ा था। इस विश्वविद्यालय से 20-25 किलोमीटर दूर तक के गांव जुड़े हुए थे। बोले , सीएम अभी तक बहुत कम खुदाई हुई है। नीतीश कुमार ने बताया कि 12वीं सदी में नालंदा विश्वविद्यालय को नष्ट कर दिया गया था। बोले,’तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने 2006 में नालंदा विश्वविद्यालय को फिर से बनाने की बात कही थी।’ नीतीश कुमार ने बताया कलाम साहब ने यह बात बिहार विधानमंडल में कही थी। तब से नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय बनाने का काम शुरू हुआ। नीतीश कुमार ने कहा, ‘उस समय केंद्र में UPA की सरकार थी। हमने उनसे मदद मांगी, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी।’ तब बिहार सरकार ने खुद ही 455 एकड़ जमीन ली। नीतीश कुमार ने बताया जब केंद्र में मोदी जी की सरकार आई, तब जाकर मदद मिली। तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 2016 में नालंदा विश्वविद्यालय की नींव रखी थी।नालंदा यूनिवर्सिटी के उद्धाटन समारोह के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, विदेश मंत्री एस जयशंकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डेप्युटी सीएम विजय सिन्हा, सम्राट चौधरी सहित कई अतिथि मौजूद रहे। जबकि मौके पर 17 देशों के राजदूत मौजूद दिखे।
