पत्रकार नगर,खगड़िया, (पी के ठाकुर) :शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन करने की जरूरत थी और आज भी इस बाबत बहुत कुछ करने की जरूरत है।लेकिन वैसा नहीं कि कोई एकबार में स्वीच दबा दिये और सारा परिवर्तन व क्रांति एक दिन में ही हो गई ऐसा नहीं हो सकता है।धीरे-धीरे सब कुछ हो सकता है।हमारी सरकार और माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी शिक्षा के अंतर्गत बहुत सारे उल्लेखनीय काम किये हैं।जिसका परिणाम भी साफ साफ दिख रहा है।आज के तारिख में शिक्षा का काफी महत्व है। शिक्षा के बिना व्यक्ति, समाज, जिला, राज्य तथा राष्ट्र का कतई विकास नहीं हो सकता है।उक्त बातें वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता एलेक्शन मॉडल कोर्ट के मुकदमा में अंतिम डिसीजन में हाजरी देने के उपरांत
जनता दल (यूनाइटेड) संसदीय बोर्ड के राष्टीय अध्यक्ष,पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह विधान परिषद् सदस्य उपेन्द्र कुशवाहा ने पत्रकारों से कही।बताते चलें कि जिस चुनाव आचार संहिता के मामले में कुशवाहा जी हाजिरी देने आये वो मामला बुधवार को ही समाप्त हो गया।
श्री कुशवाहा ने आरसीपी सिंह के जदयू से पत्ता साफ हो जाने के सवाल पर कहा कि लोग किसी भी नेतृत्व के निर्णय को लोग तुरंत गलत व्याख्या करने लगते हैं।यहां पत्ता साफ करने या पत्ता गंदा करने का सवाल ही नहीं है।पार्टी समय समय पर अपने हिसाब से निर्णय लेती रही है और इस बार भी राज्य सभा प्रत्याशी चयन में पार्टी उचित निर्णय ली है।आरसीपी सिंह जी को पार्टी के द्वारा दो टर्म सम्मानित किया गया।इस बार भी कुछ नया निर्णय लिये हैं;जो पार्टी का डिसीजन स्वागत योग्य है।
एक और जातीय जनगणना से संबंधित सवाल के जबाब में बतौर श्री कुशवाहा ने कहा कि देश में जातीय जनगणना की जरूरत है।इसको लेकर आज ही सर्वदलीय बैठक होना है।केंद्र सरकार को चाहिए कि देश स्तर पर जातीय जनगणना का कार्य करायें।बिहार में भारतीय जनता पार्टी भी जातीय जनगणना की अहमियत का सपोर्ट कर
रहे हैं।भले ही केन्द्र सरकार नहीं चाहती हों, पर ऐसे तो सभी दल जातीय जनगणना कराने के लिए तैयार हैं।
मौके पर जनता दल यूनाइटेड के जिलाध्यक्ष बबलू कुमार मंडल,पूर्व विधान पार्षद सोनेलाल मेहता,पूर्व जिलाध्यक्ष सह प्रदेश महासचिव साधना देवी सदा,अंगद कुशवाहा,प्रदेश सचिव नीलम वर्मा, सुनील कुमार,नूतन सिंह पटेल,जिला उपाध्यक्ष दीपक कुमार सिन्हा,योगेन्द्र सिंह,सुनील कुमार मुखिया ,पंकज कुमार पटेल,सुनील कुमार सिंह,अनिल कुमार जायसवाल,अरविंद मोहन,पुरुषोत्तम अग्रवाल,राजकुमार फोगला,उमेश सिंह पटेल,आचार्य राकेश पासवान शास्त्री,रामविलाश महतों ,राजेश सिंह मुखिया, पिंकू सिंह मुखिया,सुबोध यादव,श्रीकांत सिंह कुशवाहा,देवानंद सिंह कुशवाहा,मोहम्मद शहाव उद्दीन ,मुकेश कुमार सिंह,प्रवीण कुमार चौरसिया,पंकज कुमार सिंह,रामाशंकर सिंह,मनीष कुमार ,अमित कुमार देव,पंकज कुशवाहा,नीतीश कुमार सिंह,चंदेश्वरी नागर,रवीश कुमार अन्ना,सावन कुमार,ऋषि पटेल,संदीप केडिया ,अजय मंडल,सिद्धांत कुमार छोटू,गुरुदेव कुमार,कमल पटेल,राजनीतिक प्रसाद सिंह, लोहा सिंह, नासीर इकबाल एवं निवास ठाकुर आदि भारी संख्या में जदयू के कार्यकर्ता मौजूद थे।
देश में जातीय जनगणना की जरूरत है:उपेन्द्र कुशवाहा
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