तेघड़ा प्रखंड के गौड़ा में हुई भारतीय नाई समाज की प्रखंड नाई सम्मेलन
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधानाध्यापक रामबालक ठाकुर व संचालन रामाशंकर ठाकुर ने किया
JNA.मनोहर कुशवाहा
- तेघड़ा, बेगूसराय। भारतीय नाई के प्रांतीय मीडिया प्रभारी ने बताया कि भारतीय नाई समाज बेगूसराय द्वारा तेघड़ा प्रखंड के गौड़ा ग्राम में प्रखंड सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व वार्ड पार्षद उमेश ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ राजकुमार ठाकुर , डॉ संजीव भारती , प्रांतीय मीडिया प्रभारी पांडव कुमार ,मार्गदर्शक पूर्व प्रधानाध्यापक रामबालक ठाकुर ,संयोजक राम शंकर ठाकुर, जिलाध्यक्ष रामेश्वर ठाकुर ,सचिव रणजीत ठाकुर, सरदार मंगल ठाकुर, खगरिया युवा जिला अध्यक्ष राकेश कुमार रौशन, युवा कोषाध्यक्ष शंभू कुमार ,पूर्णिया जिला के सदस्य ठाकुर शैलेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से बाबा धर्मदास, पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर व अन्य सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व सरदारों के तेलिय चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधानाध्यापक रामबालक ठाकुर व संचालन रामाशंकर ठाकुर ने किया।कार्यक्रम मेंपरिवार पार्षद उमेश ठाकुर ने कहा कर्पूरी ठाकुर सादगी पूर्ण जीवन एवं उच्च विचार के प्रतिमूर्ति थे उन्होंने कहा कर्पूरी ठाकुर ने गरीबों के विकास के लिए आरक्षण के सवाल पर महत्वपूर्ण कार्य किए आज उनके आरक्षण फार्मूले को केंद्र स्तर पर लागू किया जाना चाहिए उनके समान हम सब को भी निस्वार्थ भाव से जनसेवा संगठित होकर करनी चाहिए ।
डॉक्टर संजीव भारती ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के बाद जननायक कर्पूरी ठाकुर को वंचित समाज का रहनुमा बताया । उन्होंने कहा बेगूसराय जिला के सम्मान बढ़ाने हेतु जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने एक विधान पार्षद का सीट दिया था जिसे इन के नाम पर राजनीति करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधान परिषद कुर्सी का सीट ही छीन लिया । कर्पूरी ठाकुर के सम्मान को वापस लाने हेतु हम सभी आंदोलन करेंगे ।डॉ राजकुमार आजाद ने कहा जो समाज जितना संगठित होगा वही समाज राजनीति में आगे बढ़ी है। जन नायक कर्पूरी ठाकुर जी को मुख्यमंत्री बनने पर कई पार्टी राजनीतिक दल और कई अन्य जातियों के लोगों ने उनके आगे रुकावट बनने ,उन्हें अपमानित करने का कार्य किये थे। फिर भी वे जननायक बनकर सभी के लिए सभी जातियों के लिए कार्य किए हम लोग तमाम अति पिछड़ा और नाई समाज को संगठित होने की अपील करते हैं ।पूर्व प्रधानाध्यापक रामबालक ठाकुर ने कहा कर्पूरी जी को सरस और सरल हृदय के राजनेता माने जाते थे । सामाजिक रूप से पिछड़ा किंतु सेवा भाव के महान लक्ष्य को चरितार्थ करती नाई समाज में जन्म लेने वाले इस महानायक ने राजनीति को भी जनसेवा की भावना के साथ किया। उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर रहकर गरीबों को शिक्षा से जोड़ने के लिए मैट्रिक में अंग्रेजी की अनिवार्यता समाप्त किया। उनके प्रयास से ही आईएएस व अन्य प्रतियोगिता की परीक्षा में हिंदी माध्यम लागू किया गया। आज जरूरत है हमें उनके मार्ग व विचार को अपनाने की।मीडिया प्रभारी पाण्डव कुमार ने कहा जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने निःस्वार्थ भाव से केवल जनता के लिए कार्य किया। आज सभी राजनीतिक दल केवल उनके नाम लेकर राजनीतिक लाभ ले रहे हैं। लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्य को आगे नहीं बढ़ा रहे हैं। हमें संगठित होकर उनके सपनों को पूरा करनी है समाज में सामाजिक कार्य में योगदान, प्रकृति के लिए श्रमदान, वृक्षारोपण, मानव के लिए अंग दान ,रक्तदान, समाज के लिए सहयोग, समय व शिक्षा का दान अवश्य करनी चाहिए। नाई समाज संगठित होकर अपने बच्चों का भविष्य उज्जवल कर सकते हैं ।अन्यथा वह दिन दूर नहीं जब हमें पुनः विशेष जातियों के नीचे रहकर कार्य करना पड़ेगा। जो सम्मान कर्पूरी ठाकुर जी ने दिया उसे समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा हमे आरक्षण बचाने के लिए आंदोलन निरंतर करते रहने की जरूरत है।जिला अध्यक्ष रामेश्वर ठाकुर, संयोजक रामाशंकर ठाकुर ने कहा सभी राजनीतिक पार्टी हमारे नाई समाज को केवल ठगने का कार्य करती है। हम समाज में सबसे निचले पायदान में कार्य करते हैं लेकिन आज तक सरकार बदलती रही हमें हमारा अधिकार नहीं मिलता है ।हमारी नाई जाति को केवल वोट बैंक मानकर सरकार बनती है ।लेकिन हमारा अधिकार हमें नहीं मिलता है। जब तक हम संगठित होकर एक नहीं होंगे हमारा अधिकार हमे नहीं मिलेगा। सम्मेलन के माध्यम से सरकार से मांग करते हैं कि नाई जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करें अन्यथा संगठन आक्रोशपूर्ण आंदोलन करेंगे, वह मतदान के समय उन्हें मुंहतोड़ जवाब देकर उनके खिलाफ मत देकर किया जाएगा।सम्मेलन में सरदार मंगल ठाकुर, सचिव रंजीत ठाकुर, बेगूसराय प्रखंड सचिव रामबली ठाकुर व अन्य वक्ताओं ने भी जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के जीवन व कार्य पर अपना विचार दिए ।व भारतीय नाई समाज संगठन से जुड़ने की अपील के साथ-साथ वक्ताओं ने नाई समाज ने केंद्र सरकार ,राज्य सरकार व जिला प्रशासन से मांग किया कि प्रत्येक प्रखंड में एक-एक उनकी आदमकद प्रतिमा लगाई जाए। उनकी आरक्षण फार्मूले को केंद्र स्तर पर लागू की जाए ।नाई जाति को अनुसूचित जाति में शामिल किया जाए। भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया जाए । राज्यों में केश कला बोर्ड गठन किया जाए । नाई समाज पर आए दिन हमला की घटनाएं लगातार बढ़ रही है ऐसे में हमारी जातियों के रोजगार पर बुरा प्रभाव पड़ रही है । नाई जाति भय में रोजगार कर रही है ।संगठन सरकार व प्रशासन से मांग करती है कि नाई समाज के बंधुओं को कानूनी सुविधा दी जाए। सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि यदि सरकार हमारी मांग नहीं मानती है तो संगठन प्रत्येक प्रखंड से जिला तक व राज्य से केंद्र तक आंदोलन करेगी व सरकार के खिलाफ विरोध प्रकट करेगी । व सरकार के खिलाफ विरोध प्रकट करेगी।साथ ही सभी राजनीतिक दल से भी साथ देने की अपील की गई।
प्रखंड सम्मेलन में तेघड़ा प्रखंड कमिटी गठन किया गया जिसमें मंगल ठाकुर अध्यक्ष, अभिजीत कुमार सचिव, चंद्रकात ठाकुर कोषाध्यक्ष, रंजीत ठाकुर फुल्वरिया, मोहन ठाकुर विशहरस्थान,पवन ठाकुर फूलमलिया, रामजतन ठाकुर बारो, अशोक ठाकुर पिधौली, मोती ठाकुर पिधौली, कालेश्वर ठाकुर बरौनी, नरेश ठाकुर हरिहरपुर, रमाकांत जी नोनपुर को सदस्य बनाया गया।जनजागृति कला केंद्र रामदीरी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन सम्मेलन में किया गया। कला केंद्र के सचिव नुनुलाल ठाकुर,पूजा कुमारी, आजाद अकेला,सूचिंद्र दास जी के द्वारा सामाजिक गीत से सम्मेलन में चार चाँद लगाए।
सम्मेलन में सेकड़ो की संख्या में नाई परिवार उपस्थित थे।