पत्रकार नगर, खगडिया (बमबम साह)। सी.पी.एम. के आह्वान पर आज खगड़िया समाहर्ता के समक्ष हजारों गरीब,भूमिहीन,दलित,बेघरबार लोग,किसान,मजदूर एवं महिलाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।सुबह 10 A.M. से ही पछुआ हबा के थपेड़े और तेज धूप की प्रवाह किए बगैर हाथों में लाल झंडा थामे नर नारी चिल्ड्रेन पार्क पहुंचने लगे। 12.30p.m. होते-होते बसों,ट्रैक्टरों, टेम्पू और बैट्री रिक्सा में भर-भर कर भारी संख्या में लोग चिल्ड्रेन पार्क में जमा हो गए।ठीक 1 बजे दिन में चिल्ड्रेन पार्क से जुलूस नारेबाजी करते हुए समाहरणालय पहुंचा।जहाँ अपनी मांगों के समर्थन में भारी नारेबाजी की गई।बाद में समाहरणालय गेट पर धरना स्थल पर सभा सुरु हो गई।सभा को संबोधित करते हुए सी.पी.एम. के राज्य सचिव का० ललन चौधरी ने कहा कि बिहार में हदबंदी कानून 1970 में ही बनाई गई, लेकिन बिहार की कोई भी सरकारे उस कानून को शक्ति से लागू नहीं किया।उन्होंने जोर देकर कहा कि भूमिहीनों की 5 डिसमल बासगीत की पर्चे की लड़ाई जायज है।ललन जी ने इस जुझारू संघर्ष का स्वागत करते हुए इस लड़ाई को पूरे बिहार में राज्यव्यापी बनाकर सरकार पर दबाव बनाने हेतु योजना तय करने का भी पार्टी का इरादा साफ तौर पर जाहिर किया।सभा को पूर्व विधायक सह राज्य सचिवमंडल सदस्य का० राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि जिले के अंदर चल रहे बास एवं बटाईदारी आंदोलन के सभी गरीब भूमिहीनों को अगर बासगीत का पर्चा और बेदखल बटाईदारों को दखलदाहनी नहीं कराया गया तो और भी बड़ा आंदोलन सुरु किया जायेगा।सी.पी.एम. विधायक दल के नेता का० अजय कुमार ने कहा कि भूमि आंदोलन में शामिल सभी को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि कानून बना हुआ है कि 12 बर्षों से अगर किसी जमीन पर कोई बसा हुआ है, तो स्वत: उस जमीन का मालिकाना हक उसे मिल जाता है।पदाधिकारी को सिर्फ यह पता करना है कि उक्त जमीन परसही में वह लगातार रह रहा है कि नहीं।बेदखली की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर केहर मंडल के पट्टाधारी बटाईदारों के बेदखली को नहीं रोकी गई तो बिहार विधान सभा में जोरदार सबाल उठाया जायगा।पार्टी जिला सचिव संजय कुमार ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के अंदर दर्जनों जगह पिछले 35 वर्षों जे वासगीत के पर्चा हेतु मोहताज हैं।बटाईदारों को बेदखल किया जा रहा है,भूमिहीन लोग हजारों की संख्या में जमीन के बगैर खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं।उन्होंने शहीद का० जगदीश चंद्र बसु,शहीद का० राधे सिंह और शहीद का० अशोक केसरी के नामित कई फरार चल रहे हत्यारे आज तक भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है, जो पुलिस प्रसासन के विफलता को दिखाता है।ऐसी स्थिति में सी.पी.एम. हाथ पे हाथ धरे नहीं बैठेगी,बल्कि जल्द आवश्यक कदम प्रसासन या सरकार ने नहीं उठाया तो मजबूरन नागरिक अवज्ञा आंदोलन और जेल भरो आंदोलन भी चलाया जाएगा।बिहार प्रा० खेतीहर मजदूर यूनियन के राज्याध्यक्ष का० देवेन्द्र चौरसिया ने कहा कि सरकारी घोषणा के मुताबिक सभी भूमिहीनों को 5 डिसमल जमीन देना ही होगा,अन्यथा सी.पी.एम. के इस आंदोलन के कंधे से कंधे मिला कर हमारा संगठन आंदोलन करेगा। इधर मौके पर अलग से मिड डे मील वकर्स यूनियन(रसोइया) खगड़िया के आह्वान पर हजरों रसोइया ने भी समाहरणालय पर प्रदर्शन किया।प्रदर्सन को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष नीतू देवी ने कहा कि रसोइया को 1650 रुपये मासिक वो भी शाल के 10 महीने दिया जाता है, जो शर्मनाक है।उन्होंने कहा कि N.G.O. के द्वारा विद्यालय में बच्चों के भोजन की आपूर्ति तुरन्त रोना चाहिए क्योंकि उसकी गुणबत्ता सही नहीं है।रसोइया के मानदेय अपडेट नहीं रखने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।मृत रसोइया के अनुग्रह राशि,कोरंटिन केंद्रों में पिछले दिनों कार्यरत्त रसोइए में से कइयों के आजतक मजदूरी भुकतान नहीं करने को आड़े हाथों लिया।वहीं प्रदर्सनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिलकर मांगों का ज्ञापन सौंपा,जिसमें पार्टी विधायक अजय कुमार, जिला सचिव संजय कुमार,बी० प्रा० खेतिहर मजदूर यूनियन के राज्याध्यक्ष देवेन्द्र चौरसिया जिला कमिटी सदस्य केदार ना०आजाद,सुरेन्द्र पासवान एवं रसोइया यूनियन की जिलाध्यक्ष नीतू देवी शामिल थे।प्रदर्शन को उपरोक्त नेताओं के आलावे पार्टी के जिला नेता केदार ना० आजाद,सच्चितननन्द सिंह,उपेन्द्र महतों,बिनय कुमार सिंह,रामविनय सिंह,ललन रंजन,नवीन चौधरी,सुनील मंडल और सुरेन्द्र पासवान ने भी संबोधित किया।सभा की अध्यक्षता हरेराम चौधरी ने किया।
डीएम के समने हजारों गरीब,भूमिहीन,दलित,बेघरबार लोग,किसान,मजदूर एवं महिलाओं ने किया प्रदर्शन
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