महेशखूंट,खगड़िया(हरिशेखर कु०) थाना क्षेत्र के झिकटिया गाँव से आंखों देखा हाल जानें- जमीनी विवाद को लेकर दो समुदायों बीच जमकर हिंसक झड़प होने का लगातार समाचार मिल रहे हैं। कई लोगों को चोटिल होने की भनक मिलते जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष वरीय अधिकारियों एवं पुलिस कप्तान अमितेश कुमार पुलिस पदाधिकारियों के साथ घटना स्थल पर पहुँच हर हाल मे र्शांति बहाल करने के लिए करीब दो घंटो के बैठक एवं मशक्कत के बाद दोनों समुदायों के बीच सहमति बनते ही शान्ति व्यवस्था कायम हुआ। हलांकि घटना के बाद पुरे घटना क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। डीएम – एसपी सहित कई आला अधिकारियों को भी मोर्चा संभाले और घटना का कारण खोज निकाला जो जमीन विवाद बताया जा रहा है, जहाँ समुदाय अपना जमीन बता रहे हैं तो दुसरे समुदाय अपना बता रहे हैं। परन्तु जमीन किसका है अब- तक प्रशासन भी स्पष्ट पता करने में प्रयास जारी है। फिलहाल प्रशासन ने दौनों समुदाय से निष्कर्ष निकलने तक शान्ति व्यवस्था बनाये रखने का अनुरोध किया।न्यूज एजेन्सी JNA के अनुसार झिकटिया गाँव के पास एक इमली का वृक्ष है जहाँ के जमीन को दौनों समुदायों के लोग जमीन को अपना- अपना दावा कर रहे हैं, जानकारों का कहना है जमीन विवाद कई महीनों से चल रहा है, लेकिन विवाद तब वढ़ा जब एक समुदाय के लोग आज घेराबंदी करना चाहा और एक समुदाय रोक लगाया, देखते ही देखते दौनों
समुदायों के बीच तनाव की स्थिति बन गया, पुलिस बुलाई गई, लेकिन पुलिस के मौजुदगी में रोड़ेबाजी भी शुरू हो गया जहाँ कई लोग चोटिल भी हो गया, फिर क्या तनाव ने दुसरा रूप ले लिया, आखिरकार खगड़िया डीएम को सुचना मिलने पर डीएम ने त्वरित संज्ञान लेते हुए घटना स्थल पर एसपी सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ पहुँच कर मोर्चा संभाल लिया जहाँ एक बड़ी हादसा होने से टल गया। हलांकि देर रात ग्यारह बजे तक बैठक चली जहाँ शान्ति व्यवस्था नजर दिखती आये।इस घटना को लेकर कई दलों के लोग भी बैठक में देर रात शामिल हुए और स्थानीय समाजिक लोगों ने भी उपस्थिति दर्ज कराई और बैठक के दौरान डीएम ने जिस तरह से धैर्य एवं साहस का परिचय दिया वह काबिले तारीफ है, लेकिन सवाल उठता है आखिर खगड़िया में जमीन
विवाद को सुलझाने में शासन- प्रशासन दिलचस्पी क्यों नहीं दिखा पा रही है, सरकार ने एक सुलभ व्यवस्था कायम कर दी है अंचल थाना जनता दरबार जहाँ भुमि विवाद को सुलझाना है के वावजूद भी भष्ट अधिकारियों युं कहा जाय शासन- प्रशासन के लोग सही कार्य नहीं कर पा रहे हैं, सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर रही है, झिकटिया का भी मामला यही बताया जा रहा है जहाँ जमीन विवाद महीनों से चल रहा है, अधिकारियों के संज्ञान में भी जैसा की लोगों ने बताया वावजूद आज- तक यह मामला नहीं सुलझा पाई, जिसका कारण आज एक बड़ी हादसा होने से टल गया।हलांकि जो तनाव माहौल था वहाँ कुछ भी संभव था लेकिन स्थानीय लोगों के साथ- साथ खगड़िया डीएम के सुझ बुझ ने मसला पर तत्काल विराम लगा दिया।वहीं रमजान की अंतिम कड़ी है ओर ईद का त्यौहार है, लेकिन जिस तरह से कुछ लोगों ने माहौल को बिगाड़ने का काम किया है वह सही नहीं हैं, दुर्भावना में कोई भी कदम उठाना अच्छा नहीं होता है चाहे वह जिस भी समुदाय के लोग है, गलती किसके तरफ से हुई शासन-प्रशासन भलि भांति जान गई है, लेकिन ऐसा विवाद फिर ना उत्पन्न हो खगड़िया डीएम को उक्त जमीन विवाद को नियमानुसार सुलझाना होगा।खगड़िया में अगर भुमि विवाद सुलझ गया तो खगड़िया अमन- चैन शान्ति का जिला बन जायेगा और
अधिकारियों को ईमानदारी ओर सही निष्क्षपता के साथ काम करना होगा। ओर दौनों समुदायों के लोगों ने जमीन तो जमीन की जगह रहेगा लेकिन हमारी भाईचारा एवं अमन चैन बरकरार रहे, इसके लिए हमलोगों को पहल कर निदान हो और ईद अच्छा से मने, एक दुसरे में संदेश अच्छा जाय यह हमारा, हमारी, हम सब की पहल होने की कामना की।
