खगड़िया सदर : जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति सह जिला समन्वय समिति की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने बैंकरों को जिले के विकास योजनाओं के संबंध में विभिन्न दिशा निर्देश दिए।
अग्रणी जिला प्रबंधक श्री सोनू कुमार के द्वारा बैंक के दिसंबर तिमाही यानी कि 31 दिसंबर 2021 तक की उपलब्धि पर चर्चा की गई। इस दौरान सभी बैंक के द्वारा दिसंबर महीने तक प्राप्त की गई उपलब्धियों की बारी-बारी से समीक्षा की गई।
समीक्षा के क्रम में यह तथ्य सामने आया कि दिसंबर तिमाही तक लक्ष्य 75 % के विरुद्ध जिले की उपलब्धि 80% रही तथा जिले को पूरे राज्य में चौथा स्थान प्राप्त हुआ है साथ ही साख-जमा अनुपात में जिले की उपलब्धि 53.16% रही है। इस पर जिलाधिकारी ने सभी बैंकों के जिला समन्वयकों को जिले में साख-जमा अनुपात को बढ़ाने के लिए निर्देशित किया है और अगले वर्ष में बेहतर उपलब्धि प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं।
जिले की उपलब्धि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में गत वर्ष से अच्छी रही है। साथ में पिछले वर्ष के तुलना में जिले की वार्षिक साख योजना में उपलब्धि भी अच्छी रही है और 15वें पायदान से ऊपर उठकर चौथे पायदान पर पहुंच गई है। जिन बैंकों द्वारा साख-जमा अनुपात 40% से कम हासिल हुई है, उनके ऊपर जिला अधिकारी महोदय ने काफी नाराजगी व्यक्त की। साथ ही जिन बैंकों द्वारा वार्षिक साख योजना की उपलब्धि 75% से कम थी, उनके ऊपर भी जिलाधिकारी द्वारा काफी नाराजगी व्यक्त की गई। जिलाधिकारी ने उन्हें निर्देशित किया है कि अगले विगत वर्ष में जिले में और सुधार करते हुए वार्षिक साख योजना, साख जमा अनुपात, सरकार प्रायोजित योजनाएं जैसे कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, ,स्टैंड अप इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, मुद्रा योजना के साथ प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी योजनाओं जैसे सामाजिक सुरक्षा योजनाएं जिसके तहत पीएमएसबीवाई, पीएमजेजेबीवाई, जन धन योजना एवं अटल पेंशन योजना में जिले की उपलब्धि अच्छी हो। इसके लिए जिलाधिकारी ने प्रथम तिमाही से ही लक्ष्य के अनुरूप काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी बैंकर अच्छे तरीके से काम करें, जिससे जिले की उपलब्धि बढ़ सके।
जिलाधिकारी द्वारा यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI) द्वारा किए गए ट्रेनिंग प्रोग्राम की भी समीक्षा की गई। RSETI द्वारा लक्ष्य को हासिल कर लिया गया है।
जिले में बेहतर तरीके से काम को करने के लिए सभी बैंक शाखाओं को एक-एक प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना एवं एक-एक पशुपालन संबंधी केसीसी लोन करने को निर्देशित किया गया। साथ ही सभी जिला समन्वयकों को अपने शाखा की उपलब्धि को तिमाहीवार प्रगति रिपोर्ट के साथ समीक्षा करने और डाटा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने बैंकरों को साख-जमा अनुपात एव वार्षिक ऋण योजना में और तेजी लाने का निर्देश दिया ,साथ ही सभी बैंकों को वित्तीय वर्ष 2022-23 के वार्षिक ऋण योजना में लक्ष्य के अनुरुप प्रगति करने एवं ऋण जमा अनुपात को राष्ट्रीय स्तर पर 72% तक लाने की कार्यनीति बनाने का निर्देश दिया।
डीडीएम नाबार्ड श्रीमती राखी कुमारी द्वारा भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे कृषि आधारभूत फंड (AIF) के तहत बैंकों को ऋण प्रदान करने की सलाह दी गई, ताकि जिले में कृषि क्षेत्र में पूंजी सृजन को बढ़ावा मिले। जिलाधिकारी ने मत्स्य विभाग, उद्योग विभाग एवं पशुपालन विभाग को उचित कार्रवाई करने का दिशा निर्देश दिया एवं लंबित ऋण संबंधी आवेदनों को को जल्द से जल्द निपटारा करने का भी आदेश दिया। साथ ही अस्वीकृत मामलों में कारण सहित प्रतिवेदन जिलाधिकारी महोदय को देने का निर्देश दिया गया।
इस कार्यक्रम में अग्रणी जिला प्रबंधक श्री सोनू कुमार के अलावा डीडीएम नाबार्ड श्रीमती राखी कुमारी, एलबीओ, आरबीआई श्री चंद्रेश यादव, निदेशक, डीआरडीए मो० शहादत हुसैन, , RSETI प्रतिनिधि श्री मुकेश रंजन और अमित कुमार, सभी बैंकों के जिला समन्वयक सहित सभी संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारी यथा जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, जिला मत्स्य पालन पदाधिकारी, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, सहायक निदेशक, पौध संरक्षण आदि शामिल हुए।