Homeखगड़िया सदरजिलाधिकारी ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल 2 के अंतर्गत कराए जा रहे कटाव...

जिलाधिकारी ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल 2 के अंतर्गत कराए जा रहे कटाव निरोधक एवं बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों का किया निरीक्षण, स्थानीय लोगों से भी फीडबैक प्राप्त किया, कार्य की गुणवत्ता से लोग संतुष्ट

खगड़िया सदर : जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल 2 के अंतर्गत बागमती नदी के किनारे विभिन्न प्रखंडों में कराए जा रहे कटाव निरोधक कार्यों एवं सुरक्षात्मक कार्यों का निरीक्षण किया एवं आवश्यक निर्देश कार्यपालक अभियंता को दिया।

सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने अलौली प्रखंड में बागमती नदी के किनारे कराचिल बदलाघाट तटबंध के सोनमनखी गाइड बांध के नजदीक चल रहे कटाव निरोधक कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि नदी के किनारे बल्ला पाइलिंग एवं स्लोप पीचिंग का कार्य पूर्ण हो गया था। यहां पर सोल कटिंग अर्थात नदी के चौड़ीकरण एवं चैनल कटिंग का कार्य जारी था। कार्यपालक अभियंता श्री गणेश प्रसाद सिंह ने बताया कि 160 मीटर में अतिरिक्त कार्य कराने का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया था जिसकी स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है और अब इस कार्य को भी कराया जाएगा।

तत्पश्चात जिलाधिकारी ने कराचिल बदलाघाट तटबंध के इटवा स्लुइस गेट का निरीक्षण किया। इटवा स्लुइस में जल निकासी के लिए बने चैनल की उड़ाही की जा रही थी।

दोनों स्थलों पर जिलाधिकारी काम से संतुष्ट हुए। उन्होंने स्थानीय लोगों से कराए जा रहे कार्यो के संबंध में फीडबैक भी प्राप्त किया। लोगों द्वारा बताया गया कि पूर्व में इटवा स्लुइस गेट के ठीक सामने से जल निकासी की धारा निकलती थी, जो अब बंद हो चुकी है और जिस पर कतिपय लोग खेती कर रहे हैं। इस वजह से जल निकासी में बाधा उत्पन्न होती है। जिलाधिकारी ने संबंधित अंचल अधिकारी से प्रतिवेदन प्राप्त करने के बाद आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

इसके बाद जिलाधिकारी ने बदलाघाट नगरपारा तटबंध के 4.5 से 5.0 किलोमीटर पर स्थित मलपा स्थल का निरीक्षण किया। यह स्थल चौथम प्रखंड के अंतर्गत आता है। मलपा में कटाव निरोधक कार्य पूर्ण हो चुका है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल 2 द्वारा कराए गए कार्य के डाउनस्ट्रीम में बागमती नदी तटबंध से एकदम सटी हुई बह रही है। जिलाधिकारी ने इस संबंध में कार्यपालक अभियंता से पृच्छा की। उन्होंने बताया कि यहां भी कार्य कराने के लिए विभाग को प्रस्ताव समर्पित किया गया था, लेकिन विभागीय स्वीकृति नहीं मिल पाई है। जिलाधिकारी ने बाढ़ से पूर्व वहां समुचित व्यवस्था करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता को दिया। 15 जून से 15 अक्टूबर तक आवश्यकतानुसार बाढ़ संघर्षात्मक कार्य एवं आवश्यक सुरक्षात्मक कार्य कराने का भी निर्देश उन्होंने दिया।

इसके बाद जिलाधिकारी लगमा भरपुरा पहुंचे। यहां भी कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को बताया कि हर साल बाढ़ के दौरान तटबंध धंस जाता है, लेकिन कार्य की गुणवत्ता को देखते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार तटबंध नहीं धंसेगा।

फिर जिलाधिकारी ने बदलाघाट नगरपारा तटबंध के 9 किलोमीटर के सामने स्थित चौथम स्थल का निरीक्षण किया। इस स्थल पर भी कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से फीडबैक प्राप्त किया। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि कराए गए कार्य के अपस्ट्रीम में बोल्डर धंस गया है, जिससे बाढ़ के दौरान खतरा हो सकता है। जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल 2 को बाढ़ के दौरान समुचित देखभाल करने एवं आवश्यकतानुसार बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी द्वारा तटबंधों के विभिन्न स्थलों पर कटाव निरोधक कार्यों के निरीक्षण के दौरान कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल 2 श्री गणेश प्रसाद सिंह के साथ अन्य सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता उपस्थित थे।

Stay Connected
16,985FansLike
2,458FollowersFollow
61,453SubscribersSubscribe
Must Read
Related News

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here