बांका : प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सोमवार को जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच हुई। जांच के बाद सभी गर्भवती महिलाओं को आवश्यक निर्देश दिए गए। जिनमें प्रसव को लेकर जटिलता देखी गई, उनका नाम सूची में दर्ज कर लिया गया। खासकर जिन गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन कम था या फिर जिन्हें बीपी की शिकायत थी। जांच के दौरान रहन-सहन, साफ-सफाई, खान-पान, गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों समेत अन्य आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श भी दिया गया। एसीएमओ डा. अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच जरूरी है। एएनसी जांच का मकसद मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है।
कई तरह की हुई जांच:
एएनसी जांच के दौरान गर्भवती महिलाओं का वजन, बीपी, एचआईवी, ब्लड शुगर, एफएचएस व अन्य तरह की जांच की गई। साथ ही गर्भवती महिलाओं को हरी पत्तेदार साक सब्जी, फल, दूध,अंडा मांस-मछली, चुकंदर, केला, मौसमी फल खाने की सलाह दी गई।अमरपुर: 312 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। शिविर में डा. सुनील चौधरी, डा. दीप्ति सिन्हा, डा. अशोक कुमार साह, डा. नवल किशोर साह सहित अन्य चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी थे। अस्पताल प्रबंधक सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि सभी को चिकित्सकीय सलाह भी दिया गया।