कलवार जाति को दिल्ली सरकार की सूची में ओबीसी श्रेणी में शामिल करे सरकार – डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन

सांसद रमा देवी द्वारा पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखने पर कलवार सेवक समाज ने की सराहना

खगड़िया(इंदुप्रभा): भारत वर्ष के किसी राज्य में जायसवाल नाम की कोई जाति नहीं है। यह कलवार जाति का सरनेम है। कलवार जाति का सरनेम हैं वियाहुत, जायसवाल, चौधरी, गुप्ता, साह, प्रसाद, वर्मा तथा कुमार आदि। राज पत्र के 52 वें क्रम संख्या पर अंकित कलवार जाति को भी अन्य पिछड़ी जाति की श्रेणी में शामिल करने का निर्देश दिया गया है फिर भी दिल्ली राज्य सरकार के अन्य पिछड़ी जातियों की श्रेणी में कलवार जाति के लोगों को शामिल नहीं किया गया जबकि केंद्रीय सूची में कलवार शामिल है। उक्त बातें, कलवार सेवक समाज के फाउंडर चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने मीडिया से कही। आगे उन्होंने कहा दिल्ली राज्य सरकार के राज्य सूची में क्रम संख्या 58 पर जायसवाल जाति बताते हुए ओबीसी आरक्षण का लाभ प्रदान किया जा रहा है। डॉ वर्मा ने भारत के प्रधान मंत्री और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री से मांग किया है कि कलवार जाति के लोगों को अन्य पिछड़ी जाति ओबीसी श्रेणी में दिल्ली राज्य की सूची में दर्ज कराया जाय ताकि कलवार जाति के लोग आरक्षण का लाभ ले सकें। सनद रहे, इस संबंध में शिवहर की भाजपा सांसद सह सभापति, सामाजिक न्याय अधिकारिता संबंधी स्थायी समिति रमा देवी ने भी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखी हैं। डॉ वर्मा ने कलवार समाज की हितैषी सांसद रमा देवी द्वारा समाज के हित में उठाए गए कदमों की सराहना किया और कहा सांसद रमा देवी अपने पति बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व वैश्य शिरोमणि बृज बिहारी प्रसाद के सपने को साकार करने का सतत प्रयास कर रही हैं, जो अविस्मरणीय रहेगा।

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