- कदवार नेता विद्वान की पहचान,
उसकी धीरज शक्ति ही महत्वपूर्ण पहचान होती है —
=================
Pushpa Bhati journalist & Blogger .writer jaipur in Rajasthan
जगत की सच्चाई है कि आज का मानव इतना घमंडी और स्वार्थी हो चुका है कि वह अपनी मूल सभ्यता को भूल चुका है। सोच – विचार की वरीयता को कम करके अपने अच्छे दिनो की शुरूआत क्रोध ईष्र्या बदले के भावना से ओत-प्रोत होकर स्वय के विकास बाधक सिद्द हो रहा है ,आगे बढने वाले कभी पिछे मुड़कर नही देखते है । कहा जाता है रेस अक्सर वो ही जीतते है , जो लगातार चलते रहते है । फिक्र तुम क्यों करते है , तुफान तो हवाओ को भी नाकाम कर देते है ,जब इरादे नेक जोश-उत्साह होता है । वरना सुखे दरख्त कभी छांव न देते गर किसान रोजना उसमे पानी न सींचे तो —
अस्मा में बादल के गरजने की आवाज को सुनकर किसान फसलो में कैसे पानी लगाना छोड दे।
सिर्फ ही सिर्फ उनका जुनून ही उसे
अच्छी पैदावार का हकदार बनाता है।
जितनी चादर हो उतने ही पैर पसारे–
ख्याली पुलाव वाला व्यक्ति ऊँची दुकान फीका पकवान वाला कहा जाता है ।
– सच्चाई को कभी झुठलाया नही जाता है ।
मंजिले उन्ही को मिलती है,
– जो दूसरो की शाबशी का इंतजार नही करते है ।
Pushpa Bhati journalist & Blogger. Writer .
Jaipur in Rajasthan –