अलौली : आज दिनांक 30.03.22 को उप विकास आयुक्त श्रीमती अभिलाषा शर्मा ने अलौली प्रखंड के हरिपुर ग्राम पंचायत में सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का औचक निरीक्षण किया एवं प्राप्त शिकायतों के आलोक में जांच की। उन्होंने दो आंगनवाड़ी केंद्रों तथा हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की गहन जांच की। उन्होंने आवास प्लस योजना में प्राप्त शिकायतों की भी जांच की और साथ में मनरेगा योजनाओं के तहत आवास निर्माण में मजदूरी भुगतान और पशु शेड के निर्माण की जांच की एवं आवश्यक निर्देश दिए।
उप विकास आयुक्त ने सर्वप्रथम हरिपुर ग्राम पंचायत में आईसीडीएस के अंतर्गत चलाए जा रहे आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 273 एवं 274 की जांच की कि वहां बच्चों को सभी सुविधाएं दी जा रही है अथवा नहीं। उन्होंने पाया कि आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 273 में कोई भी बच्चा निर्धारित पोशाक में नहीं था। स्टॉक पंजी, टीकाकरण पंजी भी आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 273 में उपलब्ध नहीं थी। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि आंगनवाड़ी केंद्र केवल एक कमरे में छप्पर डालकर चलाया जा रहा था, जबकि इसका किराया भी लिया जा रहा है, लेकिन उपलब्ध व्यवस्थाएं असंतोषजनक हैं। यहां तक कि बच्चे जहां बैठे थे, वहीं पर चूल्हा पर खाना पकाया जा रहा था। मेनू के अनुसार बच्चों को खाना भी नहीं उपलब्ध कराया जा रहा था।
आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 274 में कोई बोर्ड नहीं लगा था स्टॉक पंजी भी अध्ययन नहीं किया गया था यह आंगनवाड़ी केंद्र भी उसके ऊपर टीन शेड डालकर चलाया जा रहा था। यहां भी काफी गंदगी थी एवं पंखा भी नहीं लगा हुआ था। आंगनवाड़ी केंद्र पर टीकाकरण पंजी भी उपलब्ध नहीं था।उप विकास आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित डीपीओ, आईसीडीएस श्रीमती सुनीता कुमारी को निर्देश दिया कि हरिपुर पंचायत के शेष आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थलीय जांच करते हुए आज ही प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों में साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था के साथ मेनू के अनुसार खाने की व्यवस्था करने एवं आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ विभिन्न पंजियों को अद्यतन संधारित करने का निर्देश दिया।
इसके बाद उप विकास आयुक्त ने हरिपुर मैं स्थित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का औचक निरीक्षण किया जहां प्रतिनियुक्त डॉक्टर एवं कई कर्मी अनुपस्थित पाए गए। उप विकास आयुक्त ने अनुपस्थित डॉक्टरों एवं कर्मियों का आज का वेतन स्थगित रखने का निर्देश दिया। सेंटर में चारों ओर गंदगी पसरी हुई थी और कचरा दिख रहा था। न्यू बोर्न चाइल्ड सेंटर में भी कचरा था यहां रेडिएंट वार्मर एवं अन्य उपयोगी मशीन उपलब्ध नहीं था प्रसव उपरांत बच्चों का टीकाकरण भी नहीं किया गया था, जिस पर उप विकास आयुक्त ने क्षोभ व्यक्त किया। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में जनरेटर लॉग बुक उपलब्ध नहीं कराया गया रोगियों को जलपान एवं भोजन नहीं दिया जा रहा था। इलाज हेतु आए ग्रामीणों द्वारा द्वारा बताया गया कि कोई भी चिकित्सक प्रतिदिन नहीं आते हैं। भंडार पंजी एवं दवा वितरण पंजी निरीक्षण हेतु उपलब्ध नहीं कराया गया। प्रसव कक्ष में बहुत गंदगी एवं दुर्गंध फैली हुई थी। ट्यूबवेल के पास भी गंदगी पाई गई। जिला स्तर से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सहित जो भी उपकरण प्राप्त कराए गए हैं उन सबको अभी तक डब्बे में ही बंद रखा गया है और इनका इस्तेमाल मरीजों के इलाज के लिए नहीं किया जा रहा है। उप विकास आयुक्त ने रोस्टर के अनुसार चिकित्सकों को बैठने का निर्देश दिया और उपकरणों को विधिवत लगाने का निर्देश दिया है।
उन्होंने साफ-सफाई एवं रोगियों को खाना उपलब्ध कराने वाले एजेंसियों को अपना काम सही तरीके से करने हेतु निर्देश दिया।उप विकास आयुक्त ने आवास प्लस योजना में प्राप्त दो शिकायतों का स्थलीय निरीक्षण भी किया और आवश्यक निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री मनीष कुमार को दिए। एक लाभुक ने आवास प्लस योजना में वर्ष 2018 में नाम जुड़ने के बाद अपना आवास बना लिया है। इसके बावजूद वह आवास प्लस योजना का लाभ लेना चाहता है। इस पर उप विकास आयुक्त ने नियमानुसार अग्रसर कार्रवाई का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया। दूसरी जांच में महिला के सास ससुर को आवास स्वीकृत था, किंतु उनकी मृत्यु हो चुकी है। महिला वर्तमान में अपने भसुर के एक कमरे के मकान में रहती है और वह आवास अपने नाम पर चाहती है। उसने शपथ पत्र भी दिया हुआ है और उसके पास मकान नहीं है। इस पर भी उप विकास आयुक्त ने गहनता से जांच करा कर ही आवास की संस्वीकृति देने का निर्देश दिया।उप विकास आयुक्त ने मनरेगा से संबंधित योजनाओं की भी जांच की। जांच के दौरान कुछ लाभुकों द्वारा शिकायत की गई थी प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत मजदूरी की राशि का भुगतान आवास पूर्ण कराने के बावजूद भी नहीं किया गया है।
इस पर उन्होंने मनरेगा पीओ को निर्देश दिया कि स्थिति स्पष्ट करें। मनरेगा पीओ ने रिपोर्ट के आधार पर जानकारी दी कि लाभुकों के खाते में राशि अंतरित की जा चुकी है और वे अपने पासबुक की जांच कर लें। उप विकास आयुक्त ने संबंधित लाभुकों को पासबुक देखने की सलाह दी गई। एक लाभुक द्वारा पासबुक देखकर बताया गया की राशि मिल चुकी है।मनरेगा के तहत पशु शेड के निर्माण की भी जांच की गई और पंचायत रोजगार सेवक को योजनाओं को पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। योजनाओं के पूर्णता में देरी पर उसे फटकार भी लगाई गई। उप विकास आयुक्त ने मनरेगा के तहत स्वीकृत सभी योजनाओं को समय से पूरा करने का निर्देश मनरेगा पीओ को दिया।
इसके बाद उप विकास आयुक्त ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अलौली का औचक निरीक्षण किया। यहां भी काफी गंदगी पाई गई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रशिक्षण हेतु गए हुए थे, जबकि कुछ डॉक्टर अनुपस्थित थे। साफ सफाई की अच्छी स्थिति नहीं होने पर उप विकास आयुक्त ने गहरी नाराजगी जताई। बेडशीट भी दिन के हिसाब से बदले नहीं गए थे, जिसे रोज बदलने का निर्देश उप विकास आयुक्त ने दिया। नवजात शिशु को डिस्चार्ज करने से पूर्व टीका लगाने का निर्देश उन्होंने दिया। जिले से उपलब्ध कराए गए उपकरणों को प्रयोग में लाने का निर्देश दिया। उन्होंने उपस्थिति पंजी, स्टॉक पंजी, दवा वितरण पंजी की भी जांच की और रोगियों को मिलने वाले आहार की गुणवत्ता को निर्धारित मानक के अनुरूप देने का निर्देश दिया। दो अनुपस्थित चिकित्सकों के साथ संगणक सह लिपिक मनीष कुमार सीडीपीओ के कार्यालय अवधि से 1 घंटे पूर्व अनुपस्थित रहने के संबंध में स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया।
उप विकास आयुक्त द्वारा औचक निरीक्षण के समय डीपीओ आईसीडीएस श्रीमती सुनीता कुमारी, जिला पीएमयू लीड श्री यशपाल, प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री मनीष कुमार, सीडीपीओ विनीता कुमारी, केयर इंडिया के डीटीएल श्री अभिनंदन आनंद, मनरेगा पीओ सहित सभी संबंधित कर्मी उपस्थित थे।