*जिलास्तरीय बैंकिंग समन्वय समिति की जून 2022 की समीक्षा बैठक संपन्न जिलाधिकारी ने साख-जमा अनुपात और एसीपी अचीवमेंट्स बढ़ाने का दिया निर्देश*
पत्रकार नगर, खगडिया।(अमित कुमार) आज दिनांक 27.09.2022 को जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति सह जिला समन्वय समिति की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित की गई। जिले में बैंकों की कुल 117 शाखाएं हैं और इनके द्वारा 79 एटीएम का संचालन किया जाता है। अग्रणी जिला प्रबंधक श्री सोनू कुमार ने खगड़िया जिले के वार्षिक ऋण योजना एवं साख जमा अनुपात के बारे में विस्तृत रूप से अध्यक्ष महोदय को एवं सभी बैंकों को अवगत कराया।समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि खगड़िया जिले का साख-जमा अनुपात पिछले वर्ष मार्च क्लोजिंग में 59.60% था जो इस वर्ष यानी 2022-23 की प्रथम तिमाही जून में घटकर 57.16% हो गया। जबकि बिहार राज्य का शाख जमा अनुपात 49.58% है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 के जून में वार्षिक ऋण योजना 21.62%रहा था। जबकि इस वर्ष 2022-23 के प्रथम तिमाही में जिले की प्रगति 13.18% रहा । जिला अधिकारी महोदय ने सभी बैंकों को निर्देशित किया है कि 100%एसीपी उपलब्धि नए FY में होनी चाहिए।जबकि राज्य की औसत प्रगति प्रथम तिमाही में 25.74% रहा है ।
जिलाधिकारी ने बैंकरों को साख-जमा अनुपात एव वार्षिक ऋण योजना की उपलब्धि में काफी नाराजगी व्यक्त की और तेजी लाने का निर्देश दिया ,साथ ही सभी बैंकों को वित्तीय वर्ष 2022-23 के वार्षिक ऋण योजना में लक्ष्य के अनुरुप प्रगति करने एवं ऋण जमा अनुपात को राष्ट्रीय स्तर पर 72% तक लाने की कार्यनीति बनाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने आकांक्षी जिला खगड़िया में वित्तीय समावेशन हेतु प्रधानमंत्री जनधन योजना अंतर्गत चालू एवं बचत खाता खोलने पर जोर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना की भी समीक्षा की और पाया कि अटल पेंशन योजना में 102% से अधिक लक्ष्य प्राप्ति की जा चुकी है। शेष सामाजिक सुरक्षा स्कीम्स में 100% प्रतिशत उपलब्धि के लिए निर्देशित किया।
स्टार्टअप इंडिया एवं स्टैंड अप इंडिया , पीएमईजीपी योजना, इंफ्रास्ट्रक्चर फंड जो नाबार्ड से स्वीकृति स्कीम है के तहत नए इकाइयों के संचालन हेतु ऋण उपलब्ध कराने का निर्देश भी जिलाधिकारी ने सभी बैंकों को दिया। उन्होंने बैंकों द्वारा प्रदत ऋणों की वसूली पर, विशेषकर सर्टिफिकेट केस के मामलों में विशेष बल दिया, साथ ही रजिस्टर् 9/10 के मिलान करके सुनिश्चित करने को कहा। और इसमें प्रशासन द्वारा यथासंभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।सभी बैंक खातों को सत प्रतिशत आधार से जोड़ने का भी निर्देश दिया गया। सभी बैंकों को पंचायत स्तर पर स्कूल के विद्यार्थी को माइनर अकाउंट अंडर गार्जियनशिप खोलने को निर्देशित किया।
अग्रणी जिला प्रबंधक श्री सोनू कुमार द्वारा बताया गया कि खगड़िया के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय साक्षरता हेतु कैंप आयोजित किए जा रहे हैं जिलाधिकारी ने इन कैंपों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं की प्रगति में बैंकों को सहयोग करने को कहा। उन्होंने मत्स्य, मुर्गी पालन एवं पशुपालन एवं गव्य/डेयरी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड कैंप लगाकर प्राथमिकता के आधार पर देने का निर्देश दिया। जिला मत्स्य कार्यालय, जिला गव्य विकास कार्यालय, सहकारी दुग्ध समिति एवं जिला पशुपालन कार्यालय द्वारा बैंकों को भेजे गये आवेदनों का भी तुरंत निष्पादन करने का भी निर्देश दिया । जिला अधिकारी ने एलडीएम और ज़िला पशुपालन अधिकारी को अस्वीकृत आवेदनों की जांच करने के साथ सभी बैंको के साथ मीटिंग बुलाने को निर्देशित किया।
पीएम स्वनिधि योजना के तहत सभी फुटकर विक्रेताओं के ऋण आवेदन को कैम्प मोड में निष्पादिय करने का निर्देश दिया। अग्रणी जिला प्रबंधक ने सभी बैंकों के जिला समन्वयक को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना , प्रधानमंत्री सुरक्षा वीमा योजना एवं अटल पेंशन योजना का लाभ जिले के सभी लोगों तक पहुँचाने का निर्देश दिया।
यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI), खगड़िया से प्रशिक्षण प्राप्त लाभार्थियों को क्रेडिट लिंकेज बढ़ाने पर बल देने की बात कही।RSETI निदेशक को सभी बैंको में जाकर पेंडिंग आवेदनों की समीक्षा कर शाखा प्रबन्धक से मिलने को कहा। समीक्षा के क्रम में यह बात भी सामने आई कि इस संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त अधिकतर लाभार्थी स्वरोजगार में संलग्न हैं और बैंको से इन्हें कोई लाभ नहीं मिलता है।सभी बैंकों को बताया गया कि जीविका के द्वारा सेविंग अकाउंट एवं एस एच जी क्रेडिट लिंकेज के अकाउंट जो भी पेंडिंग हो उसे तुरंत निष्पादित करें।
जिला अधिकारी महोदय ने पिछले मीटिंग के तुलना में इस तिमाही में PMEGP (पीएमईजीपी )के अच्छे प्रदर्शन नहीं होने के कारण अग्रणी जिला प्रबंधक श्री सोनू कुमार को और महाप्रबंधक , ज़िला उद्योग केन्द्र को साप्ताहिक follow अप करने को कहा और जरूरत पड़ने पे उनके RM से भी बात करने को निर्देशित किया साथ में सभी पेंडिंग और अस्वीकृत आवेदको की भी मीटिंग बुलाने को निर्देशित किया।। पीएमईजीपी में सर्वाधिक लोन करने वाले बैंको को सराहने के साथ जो बैंक अब तक zero पे है उन्हें सितंबर में कम से कम एक PMEGP loan करने को निर्देशित किया। गौर तलब है कि ज़िला में सभी प्राइवेट बैंक जैसे आईसीआईसीआई,HDFC,AXIS,IDBI and Bandhan Bank अभी तक कोई भी ऋण PMEGP में स्वीकृत नहीं किए है।
जिन बैंको का वार्षिक ऋण योजना काफी कम थी उसमें PNB- 4.60%
UCO Bank-5.20%
Indian Bank-6.87%
Canara Bank-6.87%
SBI-13.75%
UBI-18.80%
*शाख जमा अनुपात जिन बैंको का काम था उनमें:-
PNB-31.76%
UBI-35.13%
SBI-36.42%
CBI-40.19%
BOI-43.17%*
*इन सभी बैंको को विशेष रुप से ACP और CD Ratio को बढाने को निर्देशित किया गया।*
इस बैठक में *डीडीसी खगड़िया श्री संतोष कुमार, एसडीसी बैंकिंग श्री विजय कुमार,ज़िला विकास प्रबंधक नाबार्ड श्रीमती राखी कुमारी ,भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि श्री चंद्रेश यादव, अग्रणी जिला प्रबंधक श्री सोनू कुमार, सभी बैंकों के जिला समन्वयक ,सहित सभी संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारी यथा जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, जिला मत्स्य पालन पदाधिकारी, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, माइक्रो फाइनेंस मैनेजर जीविका, सीएफएल , रसेठी के निदेशक बिपिन बिहारी, अमित कुमार,मुकेश, कृष्णा,पंकज, एलडीएम कार्यालय से अरुण कुमार,आदि शामिल हुए।*